दिल्ली की हर विधानसभा में होगी जनसुनवाई: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का बड़ा ऐलान हमले के बाद
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का बड़ा ऐलान
“दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को राजधानी की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब से दिल्ली की हर विधानसभा में जनसुनवाई आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह कदम बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर जनसुनवाई के दौरान हुए हमले के बाद उठाया। उनका कहना है कि जनता की समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करना ही उनका सबसे बड़ा कर्तव्य है।”
जनता से सीधे संवाद पर जोर
मुख्यमंत्री गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि लोकतंत्र तभी मजबूत होता है जब जनता और सरकार के बीच सीधा संवाद हो। अब तक लोग अपनी शिकायतें और सुझाव केवल मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनसुनवाई के दौरान ही रख सकते थे। लेकिन नई व्यवस्था लागू होने के बाद हर विधानसभा क्षेत्र में लोगों को अपनी समस्याएं रखने का अवसर मिलेगा। इससे जनता को सुविधा होगी और सरकार स्थानीय स्तर पर समस्याओं को तुरंत समझ पाएगी।
हमले के बाद भी संकल्प मजबूत
बुधवार को जब मुख्यमंत्री आवास पर जनसुनवाई चल रही थी, तभी अचानक हमला हुआ। इस घटना के बाद भी मुख्यमंत्री ने कहा कि वह डरने वाली नहीं हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने पिता से जुड़ा एक किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि कॉलेज के दिनों में एक सड़क दुर्घटना के बाद वह गाड़ी चलाने से डरने लगी थीं। तब उनके पिता ने उन्हें समझाया कि जीवन में दुर्घटनाएं होती रहती हैं लेकिन डरकर रुकना नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा कि इसी सीख को ध्यान में रखते हुए वह इस घटना के बाद और मजबूत संकल्प के साथ जनता की सेवा करेंगी।
“दिल्ली मेरी जिम्मेदारी है”
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में स्पष्ट किया कि उनका जीवन दिल्ली की सेवा के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि चाहे कितनी भी चुनौतियाँ क्यों न आएं, वह दिल्ली की जनता का साथ कभी नहीं छोड़ेंगी। रेखा गुप्ता ने यह भी कहा कि महिलाओं में कठिनाइयों का सामना करने की दोहरी क्षमता होती है और वह भी हर परिस्थिति से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
विधानसभा स्तर पर जनसुनवाई की नई व्यवस्था
नई व्यवस्था के तहत अब राजधानी की हर विधानसभा में जनसुनवाई होगी। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि लोगों को अपनी शिकायत लेकर मुख्यमंत्री आवास तक आने की आवश्यकता नहीं होगी। अपने क्षेत्र की विधानसभा में ही वे अपनी समस्या अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सामने रख पाएंगे। इससे समय, ऊर्जा और संसाधनों की भी बचत होगी।
जनता के सुझाव भी होंगे शामिल
जनसुनवाई का उद्देश्य सिर्फ शिकायतें सुनना ही नहीं होगा, बल्कि विकास कार्यों से जुड़े सुझाव भी लिए जाएंगे। मुख्यमंत्री का मानना है कि जनता जब सीधे तौर पर सरकार के साथ जुड़ेगी तभी सही दिशा में काम संभव होगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नई व्यवस्था में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और अपने विचार खुलकर सामने रखें।
अटल बिहारी वाजपेयी की कविता से प्रेरणा
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने पोस्ट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता की पंक्तियां भी साझा कीं – “बाधाएं आती हैं आएं, कदम मिलाकर चलना होगा।” उन्होंने कहा कि यह पंक्तियां उनके संकल्प की प्रतीक हैं और इसी भावना के साथ वह आगे बढ़ रही हैं।
लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने का प्रयास
रेखा गुप्ता का मानना है कि लोकतंत्र तभी मजबूत होगा जब जनता और सरकार के बीच दूरी खत्म होगी। विधानसभा स्तर पर जनसुनवाई आयोजित करने का निर्णय इसी सोच को दर्शाता है। इस व्यवस्था से पारदर्शिता बढ़ेगी और जनता को यह विश्वास मिलेगा कि उनकी आवाज सीधे सरकार तक पहुंच रही है।
महिलाओं की शक्ति और संघर्ष की क्षमता
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में विशेष रूप से महिलाओं की शक्ति पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि महिलाएं हर परिस्थिति में खुद को संभाल सकती हैं और कठिनाइयों से लड़ने की उनमें विशेष क्षमता होती है। इसी शक्ति के साथ वह भी दिल्ली की जनता के हित में हर चुनौती का सामना करेंगी।
भविष्य की दिशा
रेखा गुप्ता का यह निर्णय न केवल जनता की सुविधा के लिए है बल्कि यह दिल्ली की प्रशासनिक प्रणाली के लिए भी नई दिशा तय करेगा। हर विधानसभा में जनसुनवाई होने से जनता को अधिक भागीदारी का अवसर मिलेगा। साथ ही स्थानीय स्तर की समस्याएं तेजी से सुलझाई जा सकेंगी।
जनता का सहयोग सबसे अहम
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि किसी भी योजना या पहल की सफलता जनता के सहयोग पर निर्भर करती है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे नई व्यवस्था का हिस्सा बनें और जनसुनवाई में सक्रिय भागीदारी करें। उनका कहना है कि जब जनता और सरकार मिलकर काम करेंगे तभी दिल्ली को एक बेहतर राजधानी बनाया जा सकेगा।
“मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का यह फैसला लोकतंत्र की भावना को और मजबूत करता है। दिल्ली की हर विधानसभा में जनसुनवाई आयोजित करने से लोगों को अपनी समस्याओं और सुझावों को सीधे सरकार तक पहुंचाने का अवसर मिलेगा। यह कदम सरकार और जनता के बीच भरोसे को गहरा करेगा और राजधानी को एक बेहतर और जवाबदेह शहर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।”