डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील आयात पर टैरिफ को 25% से बढ़ाकर 50% करने की योजना की घोषणा की
"अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील के आयात पर लगाए गए टैरिफ को वर्तमान 25% से बढ़ाकर 50% करने की योजना का ऐलान किया है। यह कदम अमेरिकी घरेलू स्टील उद्योग को बढ़ावा देने और विदेशी प्रतिस्पर्धा को कम करने के मकसद से उठाया जा रहा है।"
टैरिफ बढ़ाने के पीछे का मकसद
ट्रंप ने कहा है कि यह बढ़ोतरी अमेरिकी स्टील उद्योग की सुरक्षा के लिए जरूरी है। उनका मानना है कि अधिक टैरिफ लगाने से विदेशी स्टील के आयात में कमी आएगी और अमेरिकी कंपनियों को फायदा मिलेगा। इससे रोजगार सृजन में भी मदद मिलेगी।
घरेलू उद्योगों पर प्रभाव
इस टैरिफ वृद्धि से अमेरिकी स्टील उत्पादकों को मजबूती मिलेगी। हालांकि, इस नीति से स्टील का महंगा होना आम उद्योगों को प्रभावित कर सकता है, जो स्टील का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए इस निर्णय पर विभिन्न उद्योगों की प्रतिक्रिया अलग-अलग रही है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और संभावित व्यापार विवाद
विदेशी देशों ने इस घोषणा पर चिंता जताई है और इसके कारण व्यापार विवाद बढ़ने की आशंका है। चीन, यूरोपीय संघ और अन्य स्टील निर्यातक देशों ने इस कदम को असंवैधानिक बताया है और अमेरिका के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
अमेरिकी व्यापार नीति में बदलाव
यह कदम ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति का हिस्सा है, जिसमें घरेलू उद्योगों को प्राथमिकता दी जाती है। इससे पहले भी उन्होंने कई सेक्टरों पर टैरिफ बढ़ाए थे, जिससे वैश्विक व्यापार तनाव बढ़ा है।
भविष्य की संभावनाएं
टैरिफ वृद्धि के बाद वैश्विक बाजार में स्टील की कीमतों में बदलाव आने की संभावना है। व्यापारिक वार्ताएं और विवाद दोनों बढ़ सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप अमेरिकी उपभोक्ताओं को महंगे उत्पादों का सामना करना पड़ सकता है।
"डोनाल्ड ट्रंप का स्टील आयात पर टैरिफ बढ़ाने का फैसला घरेलू उद्योगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसके साथ ही यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार में नई चुनौतियां भी ला सकता है। इसके प्रभावों पर नजर रखी जानी चाहिए।"
