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दुबई के शहजादे ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने दादा की पारंपरिक पोशाक की प्रतिकृति भेंट की

दुबई के क्राउन प्रिंस का पारंपरिक तोहफा बना भारत-यूएई रिश्तों की नई मिसाल

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हाल ही में एक बेहद खास तोहफा मिला है। यह तोहफा उन्हें दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने दिया है। यह कोई आम तोहफा नहीं था, बल्कि उनके दादा की पारंपरिक पोशाक की प्रतिकृति थी।”

भारत-यूएई के रिश्तों में भावनात्मक जुड़ाव

भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के रिश्ते केवल रणनीतिक साझेदारी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इन संबंधों में सांस्कृतिक और पारिवारिक भावनाएं भी जुड़ी हुई हैंजब प्रधानमंत्री मोदी ने यूएई का दौरा किया, तब यह भावनात्मक क्षण देखने को मिला।

पारंपरिक पोशाक की विशेषता

यह पोशाक जिसे अरबी में ‘बिश्त’ कहा जाता है, आमतौर पर उच्च पदाधिकारियों और शाही परिवारों द्वारा विशेष अवसरों पर पहनी जाती है। क्राउन प्रिंस ने यह पोशाक खुद डिज़ाइन करवाई और विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी के लिए तैयार करवाई थी।

बिश्त क्या है?

बिश्त एक प्रकार की लंबी चादर होती है जो पारंपरिक अरब परिधान का हिस्सा होती है। इसे केवल प्रतिष्ठित व्यक्ति ही पहनते हैं, खासकर धार्मिक या राजकीय अवसरों पर।

कूटनीतिक संबंधों में एक भावनात्मक संदेश

इस भेंट का उद्देश्य केवल औपचारिकता नहीं था। यह भारत-यूएई के रिश्तों में गहराई और पारिवारिक जुड़ाव को दर्शाने वाला प्रतीक भी था।

भावनात्मक जुड़ाव का उदाहरण

शेख हमदान ने जब यह पोशाक प्रधानमंत्री मोदी को भेंट की, तो उन्होंने कहा, “यह मेरे दादा की यादों से जुड़ी हुई है, और मैं चाहता था कि वह सम्मान प्रधानमंत्री मोदी को मिले।”

सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक सुंदर उदाहरण

भारत और यूएई वर्षों से सांस्कृतिक और धार्मिक आदान-प्रदान में सक्रिय रहे हैं। इस तरह के उपहार उन भावनाओं को और मज़बूत करते हैं।

भारत-यूएई संबंधों का भविष्य

इस तोहफे ने यह साबित कर दिया कि दोनों देशों के संबंध केवल व्यापार या रणनीतिक मामलों तक सीमित नहीं हैं। यह एक गहरे भरोसे और आपसी सम्मान का रिश्ता है।

प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री मोदी ने इस भेंट को बड़े ही सम्मान के साथ स्वीकार किया और इसे एक भावनात्मक और ऐतिहासिक क्षण बताया।

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