DUSU चुनाव 2025: कॉलेज नतीजों में ABVP की बढ़त, केंद्रीय पैनल पर टिकी नज़रें
दिल्ली यूनिवर्सिटी में डूसू चुनाव 2025 इस समय सबसे बड़ी चर्चा का विषय बना हुआ है। गुरुवार को वोटिंग संपन्न होने के बाद कॉलेज स्तर के नतीजे सामने आने लगे हैं। शुरुआती परिणामों में भारतीय जनता युवा संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने कई कॉलेजों में जीत दर्ज कर अपनी बढ़त दिखाई है। दूसरी ओर, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ने भी कुछ कॉलेजों में मजबूती दिखाई है।
DUSU चुनाव 2025: कॉलेजों में ABVP की जीत डूसू चुनाव 2025 में ABVP ने अब तक के नतीजों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज में एबीवीपी का पूरा पैनल विजयी रहा। इसी तरह भगिनी निवेदिता कॉलेज में भी एबीवीपी ने क्लीन स्वीप कर दिखाया। एसजीटीबी खालसा कॉलेज में चार सीटों पर जीत का दावा किया गया है। वहीं, जाकिर हुसैन मॉर्निंग कॉलेज में एबीवीपी ने पांच सीटें अपने नाम करने की बात कही है।
DUSU चुनाव 2025: प्रमुख कॉलेजों में स्थिति मिरांडा हाउस, हिंदू कॉलेज, श्याम लाल कॉलेज और आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में भी ABVP ने अच्छी पकड़ बनाई है। कई पोस्ट पर एबीवीपी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इस प्रदर्शन से छात्रों में संगठन को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
SFI की उपस्थिति डूसू चुनाव 2025 में जहां ABVP लगातार अपनी जीत दर्ज कर रही है, वहीं SFI ने भी डूसू चुनाव 2025 में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। जाकिर हुसैन कॉलेज (सायंकालीन) में SFI ने दो अहम पदों—छात्रसंघ महासचिव और सेंट्रल काउंसलर—पर जीत हासिल की है। इस जीत को संगठन अपनी बड़ी सफलता मान रहा है।
DUSU चुनाव 2025 का केंद्रीय पैनल कॉलेजों के परिणाम सामने आ चुके हैं, लेकिन छात्रों और संगठनों की असली नज़र अब केंद्रीय पैनल पर टिकी है। डूसू चुनाव 2025 का केंद्रीय पैनल दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र राजनीति का सबसे बड़ा मंच है। इसके नतीजे आज यानी 19 सितंबर को घोषित होंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसके लिए विशेष इंतज़ाम किए हैं। दोपहर तक केंद्रीय पैनल का रिजल्ट आने की संभावना है।
DUSU चुनाव 2025 में वोटिंग प्रक्रिया इस बार डूसू चुनाव 2025 में वोटिंग प्रक्रिया दो स्तरों पर आयोजित हुई। केंद्रीय पैनल के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का इस्तेमाल किया गया। वहीं, कॉलेज स्तर पर परंपरागत बैलेट पेपर से वोट डाले गए। इस मिश्रित प्रणाली ने छात्रों को बेहतर अनुभव प्रदान किया और मतदान प्रक्रिया को सुचारु बनाया।
छात्रों की प्रतिक्रिया डूसू चुनाव 2025 पर कॉलेज कैंपस में छात्रों की उत्सुकता साफ दिखाई दे रही है। हर जगह चुनावी चर्चा है और छात्र अपने-अपने संगठन के समर्थन में सक्रियता दिखा रहे हैं। ABVP की बड़ी जीत ने जहां समर्थकों में उत्साह भर दिया है, वहीं SFI और अन्य संगठनों के कार्यकर्ता भी अपने-अपने कॉलेजों में प्रदर्शन पर गर्व कर रहे हैं।
THE MORNING STAR की रिपोर्ट के अनुसार, डूसू चुनाव 2025 ने इस बार छात्रों में खासा जोश भरा है। सुबह से ही कॉलेजों में मतगणना को लेकर भीड़ जुट रही है। प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था को सख्त रखा गया है ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो।
डूसू चुनाव 2025 सिर्फ एक छात्रसंघ चुनाव नहीं है, बल्कि यह दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति का आईना भी है। यहां से चुने गए प्रतिनिधि न केवल विश्वविद्यालय की नीतियों में योगदान देते हैं, बल्कि आगे राष्ट्रीय राजनीति में भी अपनी जगह बना सकते हैं। यही कारण है कि कॉलेज से लेकर केंद्रीय पैनल तक हर नतीजे पर छात्रों और राजनीतिक संगठनों की नज़र रहती है।
आगे की दिशा अब सभी की निगाहें केंद्रीय पैनल के नतीजों पर टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि कॉलेजों में मिली बढ़त क्या केंद्रीय पैनल पर भी असर दिखाती है या फिर कोई नया समीकरण सामने आता है। DUSU चुनाव 2025 के परिणाम यह तय करेंगे कि आने वाले वर्ष में दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति किस दिशा में जाएगी।
