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ED की छापेमारी में महादेव बेटिंग ऐप से जुड़ी ₹573 करोड़ की संपत्ति जब्त, जांच में बड़े खुलासे

महादेव बेटिंग ऐप घोटाले में ईडी का बड़ा एक्शन

"प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने ₹573 करोड़ की संपत्ति जब्त की है, जिससे इस घोटाले की गहराई और विस्तार का संकेत मिलता है। यह ऐप अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के माध्यम से अरबों रुपये की कमाई करता था, जिसमें देश और विदेश दोनों जगह से ट्रांजेक्शन होते थे।"


क्या है महादेव बेटिंग ऐप?

महादेव बेटिंग ऐप एक अवैध ऑनलाइन सट्टा प्लेटफॉर्म है, जिसे भारत के बाहर से संचालित किया जा रहा था। यह ऐप क्रिकेट, कैसीनो, कार्ड गेम्स और अन्य इवेंट्स पर ऑनलाइन सट्टा लगाने की सुविधा देता था।

इस ऐप के ज़रिए भारत के कई शहरों में नेटवर्क फैला हुआ था, जिसमें एजेंट और डमी अकाउंट्स के ज़रिए पैसा इकट्ठा किया जाता था और फिर हवाला के ज़रिए विदेश भेजा जाता था।


ईडी ने कैसे की कार्रवाई?

प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले कुछ महीनों से इस नेटवर्क की निगरानी कर रखी थी। जैसे ही पर्याप्त सबूत जुटे, ईडी ने देश के कई शहरों में एक साथ छापेमारी की।

इस दौरान अधिकारियों ने:

  • बैंक खातों की जांच की
  • संपत्तियों के दस्तावेज खंगाले
  • संदिग्ध कंपनियों की जानकारी जुटाई
  • हवाला नेटवर्क का पता लगाया

₹573 करोड़ की संपत्ति जब्त कैसे हुई?

इस ऑपरेशन के तहत:

  • 100+ फर्जी कंपनियों की पहचान की गई
  • 50 से अधिक बैंक खातों को फ्रीज किया गया
  • कई फ्लैट्स, बंगलों, ऑफिस और जमीन की रजिस्ट्री जब्त की गई
  • महंगी कारें, ज्वेलरी और इलेक्ट्रॉनिक्स भी जब्त किए गए

ईडी का दावा है कि यह ₹573 करोड़ की संपत्ति महादेव बेटिंग ऐप के जरिए प्राप्त की गई अवैध कमाई है।


कौन-कौन हैं मुख्य आरोपी?

इस मामले में सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल नाम के दो व्यक्ति मुख्य साजिशकर्ता माने जा रहे हैं। दोनों आरोपी दुबई से इस नेटवर्क का संचालन कर रहे थे। उन्होंने:

  • फर्जी नामों से कंपनियां खोली
  • हवाला चैनल के ज़रिए पैसे भेजे
  • ऐप की प्रमोशन के लिए बॉलीवुड सेलेब्स की मदद ली

बॉलीवुड कनेक्शन भी आया सामने

ईडी ने यह भी पाया कि इस ऐप की प्रमोशन और फंड फ्लो में कुछ बॉलीवुड सितारों की भागीदारी रही है। कुछ नामी अभिनेताओं और गायक कलाकारों से पूछताछ की गई है और उनके बैंक अकाउंट्स की जांच जारी है।


सुप्रीम कोर्ट से क्या कहा गया?

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट को भी सूचित किया गया है। अदालत ने कहा है कि देश में अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी को रोकने के लिए केंद्र सरकार को सख्त कानून लागू करने की जरूरत है।


सरकार की ओर से क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

  • केंद्र सरकार डिजिटल सट्टेबाजी पर रोक लगाने के लिए नया कानून लाने पर विचार कर रही है
  • फिनटेक कंपनियों और पेमेंट गेटवे पर निगरानी बढ़ाई गई है
  • साइबर क्राइम सेल को एक्टिव किया गया है
  • राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स पर कड़ी कार्रवाई करें

ऑनलाइन बेटिंग क्यों है खतरनाक?

  • युवाओं को लुभाने वाली स्कीम्स
  • ब्लैक मनी का जाल
  • मनी लॉन्ड्रिंग का स्रोत
  • मानसिक और आर्थिक नुकसान

इसलिए जरूरी है कि ऐसी ऐप्स को जड़ से खत्म किया जाए और जनता को जागरूक किया जाए।


आगे क्या हो सकता है?

ईडी की यह कार्रवाई केवल शुरुआत है। आगे:

  • और संपत्तियां जब्त हो सकती हैं
  • विदेशी खातों की जांच की जाएगी
  • इंटरपोल के ज़रिए मुख्य आरोपियों के प्रत्यर्पण की कोशिश होगी
  • अन्य राज्यों में भी समान ऐप्स की जांच शुरू हो सकती है
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