भारत में ईवी चार्जर की संख्या 25,000 के पार, कर्नाटक बना सबसे आगे
“भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, देशभर में ईवी चार्जिंग स्टेशनों की संख्या 25,000 का आंकड़ा पार कर चुकी है। यह उपलब्धि भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने और हरित ऊर्जा के प्रति बढ़ते रुझान का प्रतीक है।”
कर्नाटक बना नंबर 1
कर्नाटक ने 5,765 चार्जिंग स्टेशनों के साथ पहला स्थान हासिल किया है। राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की दिशा में किए गए प्रयास सराहनीय हैं।
अन्य प्रमुख राज्य
- महाराष्ट्र: 3,500 से अधिक चार्जिंग स्टेशन के साथ दूसरे स्थान पर।
- दिल्ली: 2,500 चार्जिंग स्टेशनों के साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र ईवी उपयोगकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है।
- तमिलनाडु और गुजरात: भी तेजी से अपने चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार कर रहे हैं।
ईवी चार्जिंग में भारत की प्रगति
भारत सरकार और निजी क्षेत्र के सामूहिक प्रयासों ने चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ‘फेम इंडिया स्कीम’ और अन्य नीतियों के माध्यम से इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने को बढ़ावा दिया जा रहा है।
पर्यावरण के प्रति सकारात्मक कदम
ईवी चार्जिंग स्टेशनों की बढ़ती संख्या का सीधा प्रभाव प्रदूषण कम करने और हरित ऊर्जा के उपयोग पर पड़ता है। यह कदम भारत को 2070 तक नेट ज़ीरो उत्सर्जन लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करेगा।
उपभोक्ताओं के लिए क्या है खास?
- चार्जिंग स्टेशनों की बढ़ती संख्या से ईवी उपयोगकर्ताओं को लंबी दूरी की यात्रा में सुविधा मिलेगी।
- राज्यों में तेजी से विकसित हो रहा नेटवर्क, ईवी वाहनों की खरीद को और आकर्षक बनाएगा।
भविष्य की योजना
भारत सरकार ने 2030 तक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को कई गुना बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। इसमें सार्वजनिक और निजी भागीदारी के माध्यम से चार्जिंग नेटवर्क को और मजबूत किया जाएगा।