फरीदाबाद में सेवानिवृत्त अधिकारी से साइबर ठगों ने घर बैठे कमाई के नाम पर 14.43 लाख की ठगी
फरीदाबाद साइबर ठगी: सेवानिवृत्त अधिकारी बने शिकार
फरीदाबाद में एक सेवानिवृत्त अधिकारी को घर बैठे कमाई का सपना दिखाकर साइबर ठगों ने 14.43 लाख रुपये की चपत लगा दी। ठगों ने पीड़ित को शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर झांसे में लिया। मामला सामने आने के बाद साइबर थाना एनआईटी फरीदाबाद ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ठगी की शुरुआत कैसे हुई
सेक्टर 21C निवासी पीड़ित अधिकारी पहले संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के सेंट्रल अफ्रीका मिशन में तैनात थे। वर्ष 2024 में सेवानिवृत्ति के बाद वे भारत लौट आए।
21 अगस्त को उनके वाट्सएप पर एक शेयर मार्केट से जुड़ा संदेश आया। उसी दिन पोलानी नाथ नाम के व्यक्ति ने उन्हें कॉल किया और ऑनलाइन निवेश का ऑफर दिया।
शुरुआत में पीड़ित ने कॉल काट दिया, लेकिन कुछ समय बाद वीरेन्द्र नाम के व्यक्ति ने दोबारा फोन किया और बताया कि कई लोग इसी माध्यम से मोटा मुनाफा कमा चुके हैं। ठग की बातें सुनकर पीड़ित का विश्वास बढ़ गया और उन्होंने पैसे निवेश करने का निर्णय लिया।
अलग-अलग खातों में भेजे 14.43 लाख रुपये
पीड़ित ने आरोप लगाया कि ठगों ने उन्हें विभिन्न बैंक खातों में 14.43 लाख रुपये ट्रांसफर करने को कहा। उन्होंने ठगों की बातों में आकर चरणबद्ध तरीके से राशि भेज दी। कुछ दिन बाद जब उन्होंने अपना पैसा वापस मांगना चाहा तो ठगों ने नया झांसा दे दिया।
उन्होंने कहा कि आपका पैसा शेयर मार्केट में दोगुना होकर 28 लाख रुपये हो गया है। हालांकि जब पीड़ित ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने कोई जवाब नहीं दिया और बाद में संपर्क भी बंद कर दिया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
ठगी का एहसास होते ही पीड़ित ने साइबर थाना एनआईटी फरीदाबाद में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और नकली निवेश ऐप का इस्तेमाल किया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपितों की आईपी लोकेशन और बैंक ट्रांजेक्शन ट्रेल की जांच की जा रही है। ठगों के मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को ट्रेस करने के प्रयास भी जारी हैं।
फरीदाबाद साइबर ठगी के बढ़ते मामले
फरीदाबाद साइबर ठगी के मामले पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़े हैं। साइबर अपराधी अब सोशल मीडिया, व्हाट्सएप और निवेश वेबसाइटों के जरिए आम नागरिकों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे ठग पहले भरोसा जीतते हैं, फिर लोगों से छोटे निवेश की शुरुआत कराकर धीरे-धीरे बड़ी रकम हड़प लेते हैं।
पुलिस ने दी चेतावनी
पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान लिंक या निवेश ऑफर पर भरोसा न करें। यदि कोई व्यक्ति या संस्था तेजी से मुनाफा देने का दावा करे, तो उसकी प्रामाणिकता की जांच जरूर करें।
साइबर अपराध से बचाव के लिए पुलिस ने नागरिकों को सलाह दी है कि किसी भी संदिग्ध लेनदेन की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं।
साइबर ठगों का नया तरीका
विशेषज्ञों के मुताबिक, अब फर्जी निवेश ग्रुप्स और ऑनलाइन ट्रेडिंग एप्स का इस्तेमाल बढ़ गया है। ये प्लेटफॉर्म शेयर मार्केट या क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग का बहाना बनाकर लोगों से मोटी रकम ऐंठ लेते हैं।
ठग पहले निवेशकों को छोटा लाभ दिखाकर विश्वास दिलाते हैं, फिर बाद में बड़े निवेश के नाम पर पूरे पैसे हड़प लेते हैं।
साइबर ठगी से कैसे बचें
- किसी भी अज्ञात व्यक्ति को पैसे न भेजें।
- किसी भी निवेश प्लेटफॉर्म की वैधता जांचें।
- सोशल मीडिया पर मिले ऑफर्स को नजरअंदाज करें।
- किसी भी संदिग्ध लिंक या फाइल को न खोलें।
- साइबर अपराध की शिकायत तुरंत दर्ज कराएं।
