फेडरेशन कप वुशू में झारखंड के सितारे: 5 गोल्ड जीतकर किया राज्य को गौरवान्वित
रायपुर/रांची:
“छत्तीसगढ़ में चल रही फेडरेशन कप वुशू प्रतियोगिता में झारखंड के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 स्वर्ण, 2 रजत और 2 कांस्य पदक अपने नाम किए हैं। यह उपलब्धि राज्य के लिए खेल जगत में एक नया गौरव क्षण लेकर आई है।”
प्रतियोगिता में देशभर से लगभग 700 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, और झारखंड की टीम ने दमदार प्रदर्शन कर सबका ध्यान आकर्षित किया है।
🔹 पदकों की सूची
पदक | संख्या |
---|---|
🥇 स्वर्ण | 5 |
🥈 रजत | 2 |
🥉 कांस्य | 2 |
🔹 खिलाड़ियों का प्रदर्शन
फेडरेशन कप में झारखंड के खिलाड़ियों ने तमाम राज्यों के प्रतिद्वंद्वियों को मात देकर यह मुकाम हासिल किया है। सभी पदक विजेता खिलाड़ी अलग-अलग भार वर्गों और इवेंट्स में भाग ले रहे थे।
प्रतियोगिता के अंतिम दिन तक, झारखंड की वुशू टीम पदक तालिका में टॉप-5 में शामिल थी।
🔹 कोच और संघ की प्रतिक्रिया
झारखंड वुशू संघ के महासचिव ने इस उपलब्धि पर कहा:
“हमारे खिलाड़ियों ने सीमित संसाधनों में जिस तरह का प्रदर्शन किया है, वह काबिले-तारीफ है। राज्य में वुशू की प्रतिभा को और निखारने की ज़रूरत है।”
टीम कोच ने कहा कि यह प्रदर्शन भविष्य के लिए प्रेरणादायक है और कई खिलाड़ी अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी में जुटेंगे।
🔹 खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
पदक जीतने वाले कई खिलाड़ियों ने कहा:
- “हमने पूरे समर्पण से अभ्यास किया था और खुशी है कि मेहनत रंग लाई।”
- “यह सिर्फ एक शुरुआत है, हमारा लक्ष्य अब एशियन गेम्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप है।”
🔹 वुशू क्या है?
वुशू एक चीनी मार्शल आर्ट आधारित खेल है, जिसमें ताऊलू (शैली आधारित) और सान्डा (फाइट आधारित) इवेंट्स होते हैं। यह खेल भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और झारखंड जैसे राज्य में भी इसमें नई प्रतिभाएं उभर रही हैं।
🔹 राज्य के लिए क्या है इसका महत्व?
- झारखंड जैसे राज्य में खेलों का तेजी से विकास हो रहा है
- यह जीत खेल नीति 2023 के परिणामों को दर्शाती है
- ग्रामीण क्षेत्रों से निकलकर खिलाड़ी राष्ट्रीय फलक पर पहचान बना रहे हैं
- यह प्रदर्शन अन्य युवाओं को भी खेल में करियर बनाने की प्रेरणा देगा
🔹 सरकार और खेल विभाग से अपेक्षाएं
झारखंड के इस प्रदर्शन के बाद खेलप्रेमियों और विशेषज्ञों की मांग है कि:
- इन खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय ट्रेनिंग दी जाए
- स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को और बेहतर किया जाए
- नौकरी और छात्रवृत्ति जैसी सुविधाएं इन प्रतिभाओं को मिलें
।