गोवा मुक्ति दिवस: स्वतंत्रता संग्राम के वीरों को नमन
“हर साल 19 दिसंबर को पूरे देश में गोवा मुक्ति दिवस बड़े ही श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जाता है। यह दिन उन वीर महिलाओं और पुरुषों की बहादुरी और दृढ़ संकल्प को समर्पित है जिन्होंने गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराने के लिए संघर्ष किया।”
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मौके पर उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने गोवा की मुक्ति के लिए अपना योगदान दिया। उन्होंने कहा कि गोवा मुक्ति दिवस पर हम उन वीर सपूतों का स्मरण करते हैं जिनके अथक प्रयासों ने गोवा को स्वतंत्रता दिलाई।
गोवा की आजादी का इतिहास
गोवा पर पुर्तगालियों का शासन लगभग 450 वर्षों तक रहा। 19 दिसंबर 1961 को भारतीय सेना के “ऑपरेशन विजय” के तहत गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराया गया। यह संघर्ष भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बाद का सबसे अहम आंदोलन था।
इस दिन का महत्व
गोवा मुक्ति दिवस न केवल गोवा की स्वतंत्रता का प्रतीक है बल्कि यह उन लोगों की वीरता की कहानी भी कहता है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को आजादी दिलाई।
समारोह और कार्यक्रम
इस दिन गोवा में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और देशभक्ति से भरे आयोजन होते हैं। स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया जाता है और युवाओं को उनके बलिदानों के बारे में जागरूक किया जाता है।
निष्कर्ष
गोवा मुक्ति दिवस हमें यह याद दिलाता है कि देश की आजादी के लिए कई लोगों ने अपने जीवन की आहुति दी। यह दिन हमें प्रेरित करता है कि हम एकजुट होकर देश के विकास और प्रगति में योगदान दें।