पंजाब में बीजेपी नेता के घर ग्रेनेड हमला, सियासत गरमाई और सरकार पर विपक्ष के गंभीर आरोप
“पंजाब में बीजेपी नेता पर ग्रेनेड हमला, कानून व्यवस्था पर छिड़ी सियासी जंग पंजाब में बीजेपी नेता पर ग्रेनेड हमला ने पूरे राज्य में राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। यह हमला जालंधर स्थित भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोरंजन कालिया के घर पर हुआ। गनीमत रही कि इस हमले में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन घटना के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।”
क्या हुआ था हमला ?
हमला शनिवार देर रात का है, जब मनोरंजन कालिया अपने घर में मौजूद थे। उसी समय घर के बाहर तेज धमाका हुआ।
जांच में सामने आया कि यह एक ग्रेनेड ब्लास्ट था। घटना के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर इलाके को सील कर दिया और जांच शुरू कर दी।
पंजाब पुलिस की प्रारंभिक जांच
पुलिस का मानना है कि यह मामला सीमा पार से आतंकी तत्वों की संलिप्तता से जुड़ा हो सकता है।
मनोरंजन कालिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा:
“पंजाब पुलिस कह रही है कि यह सीमा पार से आया खतरा है, लेकिन यह चिंता की बात है कि ऐसी घटनाएं अब नेताओं के घर तक पहुंच रही हैं।”
विपक्ष ने सरकार को घेरा
घटना के बाद कांग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए।
विपक्षी नेताओं का कहना है कि पंजाब में अपराधियों का हौसला बढ़ता जा रहा है और सरकार महज तमाशबीन बनी हुई है।
कांग्रेस नेता प्रताप बाजवा ने कहा:
“राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है, अब नेताओं के घर भी सुरक्षित नहीं हैं।”
केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद गृह मंत्रालय ने भी रिपोर्ट तलब की है और खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है।
एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) भी इस मामले की जांच में शामिल हो सकती है।
मनोरंजन कालिया कौन हैं ?
मनोरंजन कालिया, जालंधर से वरिष्ठ भाजपा नेता हैं और पंजाब के पूर्व कानून मंत्री रह चुके हैं। वे लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं और राज्य की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
उनके घर पर हुआ यह हमला न केवल राजनीतिक बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी गंभीर मामला माना जा रहा है।
पंजाब में बढ़ती आतंकी गतिविधियों की आशंका ?
पिछले कुछ महीनों से पंजाब में ड्रोन के ज़रिए हथियार गिराए जाने, आतंकी मॉड्यूल पकड़े जाने और हथियारों की बरामदगी की घटनाएं सामने आ रही हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के हमलों का मकसद राज्य में अस्थिरता फैलाना और राजनीतिक डर पैदा करना हो सकता है।
विपक्ष की मांग
- हमले की NIA जांच करवाई जाए
- पंजाब सरकार की सुरक्षा नीति की समीक्षा की जाए
- नेताओं और संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा बढ़ाई जाए
- केंद्र और राज्य मिलकर सीमा की निगरानी मजबूत करें
प्रशासन की कार्रवाई
पंजाब पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और सीसीटीवी फुटेज की मदद से जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
जालंधर और आसपास के इलाकों में चेकिंग अभियान तेज कर दिए गए हैं और विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
इस हमले को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने चिंता जताई है।
#PunjabSecurity और #ManoranjanKalia जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कई लोगों ने सरकार से कड़ी कार्रवाई और ठोस नीति की मांग की है।
चेतावनी
पंजाब में बीजेपी नेता पर ग्रेनेड हमला एक साधारण अपराध नहीं बल्कि एक बड़ी सुरक्षा चुनौती का संकेत है।
यह जरूरी है कि राजनीति से ऊपर उठकर सभी दल मिलकर इस तरह की घटनाओं का समाधान निकालें और राज्य को सुरक्षित और स्थिर बनाए रखें।
