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AAP प्रत्याशी गोपाल ईटालिया की जीत से भाजपा में हलचल

“गुजरात की सौराष्ट्र क्षेत्र की विसावदर सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रत्याशी गोपाल ईटालिया ने उपचुनाव में जीत दर्ज कर भाजपा को करारा झटका दिया है। यह जीत सिर्फ एक सीट की नहीं, बल्कि भाजपा के भीतर चल रही खींचतान और गुटबाजी की बड़ी पोल खोलती है।”

BJP की मजबूत स्थिति के बावजूद हार क्यों?

विधानसभा में बहुमत और सत्ता में रहते हुए भी भाजपा को गुजरात विसावदर सीट AAP जीत से झटका लगा है। इसका मुख्य कारण पार्टी के भीतर ही भीतरघात रहा, जहां कांग्रेस और आप से आए कई नेता भाजपा का खुलकर समर्थन नहीं कर पाए, बल्कि आप प्रत्याशी के साथ खड़े हो गए।


भीतरघात ने भाजपा को हराया

जयेश रादडिया को कमजोर करने की कोशिश

BJP ने विसावदर सीट पर जयेश रादडिया को प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन, कांग्रेस से भाजपा में आए पूर्व मंत्री जवाहर चावड़ा, पूर्व विधायक हर्षद रिबडिया, और आप से भाजपा में आए भूपत भायाणी ने पार्टी लाइन से हटकर गोपाल ईटालिया का समर्थन किया। यही AAP की जीत और BJP की हार का कारण बना।

पूर्व मंत्री जसुमति कोराट की असहमति भी बनी कारण

भाजपा की ही पूर्व मंत्री जसुमति कोराट भी नहीं चाहती थीं कि जयेश रादडिया उनके क्षेत्र में दखल दें। इन सबके चलते भाजपा की रणनीति कमजोर पड़ी और विसावदर सीट हाथ से निकल गई


विसावदर सीट: भाजपा के लिए ऐतिहासिक रूप से कठिन

2007 के बाद भाजपा कभी भी विसावदर सीट पर चुनाव नहीं जीत सकी यह सीट हमेशा से पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण रही है। इस बार भाजपा को लग रहा था कि वह सौराष्ट्र में अपनी पकड़ मजबूत कर सकती है, लेकिन गुटबाजी और भीतरघात ने पार्टी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।


राजनीतिक समीकरणों ने बदली तस्वीर

कांग्रेस और आप के पूर्व नेताओं का दबदबा

गुजरात में यह पहला मौका नहीं है जब राजनीतिक दलों से आए दलबदलू नेता पार्टी लाइन के खिलाफ खड़े हुए हों। लेकिन इस बार यह भीतरघात इतनी गंभीर थी कि भाजपा को यह सीट गंवानी पड़ी।

भूपत भायाणी ने आप की जीत का श्रेय जवाहर चावड़ा को दिया

पूर्व विधायक भूपत भायाणी ने खुलकर कहा कि इस जीत का श्रेय जवाहर चावड़ा को जाता है, क्योंकि उनके समर्थकों ने भाजपा छोड़कर आप का साथ दिया।


भाजपा का बयान: होगी समीक्षा

गुजरात सरकार के प्रवक्ता और कानून मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी। प्रत्याशी चयन और संगठनात्मक कमजोरियों को लेकर गहन चर्चा की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।

विसावदर सीट पर उपचुनाव: मुख्य तथ्य

तथ्यविवरण
विजेता प्रत्याशीगोपाल ईटालिया (AAP)
हारने वाली पार्टीभारतीय जनता पार्टी (BJP)
मुख्य कारणगुटबाजी, दलबदलुओं का भीतरघात
अंतिम बार भाजपा की जीत2007
भाजपा की सदस्य संख्या लक्ष्य163 (इस सीट के साथ)
वर्तमान स्थितिसीट AAP के पास, भाजपा को झटका

राजनीतिक भविष्य की दृष्टि से विश्लेषण

गुजरात विसावदर सीट AAP जीत से स्पष्ट होता है कि भाजपा के लिए अब सिर्फ प्रचार और सत्ता की ताकत ही काफी नहीं है। स्थानीय समीकरण, गुटीय संतुलन और भीतरघात जैसे मुद्दे अब कहीं अधिक निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं।

“भाजपा को अपनी रणनीति, प्रत्याशी चयन और संगठन के स्तर पर आत्ममंथन करने की आवश्यकता है। वहीं, आप ने इस सीट पर जीत हासिल कर यह साबित किया है कि वह अब गुजरात जैसे भाजपा के गढ़ों में भी चुनौती देने में सक्षम है।”

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