पंजाब में आतंक का सफाया: हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी से बड़ा खुलासा
हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी: पंजाब में आतंकवाद के नेटवर्क का पर्दाफाश
"पंजाब पुलिस ने आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए वांछित आतंकी हैप्पी पासिया को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी एक लंबे समय से चल रही जांच और खुफिया सूचनाओं का परिणाम है। हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी के साथ ही पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े आतंकी नेटवर्क का खुलासा हुआ है।"
कौन है हैप्पी पासिया?
हैप्पी पासिया का असली नाम हरप्रीत सिंह है और वह पंजाब के अमृतसर जिले के पासिया गांव का निवासी है। उसने अपना आपराधिक जीवन गैंगस्टर जग्गू भगवाणपुरिया के साथ शुरू किया। बाद में वह पाकिस्तान स्थित आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा से जुड़ गया और ISI के संपर्क में आया।
ISI और बब्बर खालसा इंटरनेशनल से संपर्क
हैप्पी पासिया पर आरोप है कि वह ISI के निर्देशों पर काम कर रहा था। उसने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के माध्यम से कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया। इनमें ग्रेनेड हमले, IED धमाके और RPG हमले शामिल हैं।
पंजाब में आतंकवादी गतिविधियाँ
पासिया ने 2023 से 2025 के बीच पंजाब में 16 से अधिक आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया। वह युवाओं को पैसे और नशे के बदले आतंकवादी गतिविधियों में शामिल करता था। उसके नेटवर्क में शामिल कई युवा नशे के आदी थे और उन्हें आसान शिकार बनाया गया।
अमेरिका में गिरफ्तारी
हैप्पी पासिया को अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के सैक्रामेंटो शहर से गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई FBI और US इमिग्रेशन और कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) की मदद से हुई। पासिया अमेरिका में अवैध रूप से रह रहा था और फर्जी पहचान का उपयोग कर रहा था।
पंजाब पुलिस की रणनीति और सफलता
डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने बताया कि यह गिरफ्तारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साझा की गई खुफिया जानकारी और पंजाब पुलिस की सतर्कता का परिणाम है। पुलिस ने पासिया के नेटवर्क की मैपिंग की और उसके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाए।
गिरफ्तारी के बाद की कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद भारत सरकार ने पासिया के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उसके खिलाफ भारत में कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने उसकी गिरफ्तारी को एक बड़ी उपलब्धि माना है।
आतंकवाद के खिलाफ बड़ा कदम
यह गिरफ्तारी आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ा कदम मानी जा रही है। यह न केवल पंजाब बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए एक मजबूत संकेत है कि भारत आतंकी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग का नतीजा
इस कार्रवाई से स्पष्ट होता है कि जब भारत और अन्य देश आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करते हैं तो परिणाम सकारात्मक होते हैं। अमेरिका की एजेंसियों के सहयोग से हुई यह गिरफ्तारी इसका उत्तम उदाहरण है।
