बिलासपुर में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान: बिहान की दीदियों को डेढ़ लाख तिरंगे बनाने का ऑर्डर
हर घर तिरंगा अभियान में महिलाओं की बड़ी भूमिका
“छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत बिहान योजना से जुड़ी स्व-सहायता समूह (SHG) की महिलाओं को डेढ़ लाख तिरंगे बनाने का ऑर्डर मिला है। गनियारी स्थित नारी शक्ति गारमेंट फैक्ट्री में 30 समूहों की 100 से अधिक महिलाएं इस काम में दिन-रात जुटी हुई हैं। यह पहल न केवल महिलाओं के लिए आय का स्रोत है, बल्कि देशभक्ति की भावना को भी मजबूती दे रही है।”
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को धन्यवाद
इन स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने इस अवसर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री का आभार जताया है। यह कार्य आजादी का अमृत महोत्सव के तहत चल रहे ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का हिस्सा है, जिसमें देश के हर घर पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा गया है। गनियारी क्लस्टर की पीआरपी संतोषी साहे ने बताया कि तिरंगे के साथ-साथ बैज भी बनाए जा रहे हैं, जिससे समूह की आय में और बढ़ोतरी हो रही है।
आर्थिक सशक्तिकरण और रोजगार
जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल ने बताया कि इस अभियान के तहत बिलासपुर में करीब दो लाख महिलाएं विभिन्न समूहों से जुड़ी हैं। तिरंगों की बिक्री जिला पंचायत परिसर में लगाए गए स्टॉल के माध्यम से की जा रही है।
- एक तिरंगे की लागत: ₹18
- होलसेल में बिक्री: ₹25
- रिटेल में बिक्री: ₹30
इस साल डेढ़ लाख तिरंगों की बिक्री का लक्ष्य रखा गया है।
तिरंगा: सिर्फ झंडा नहीं, राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक
इन महिलाओं के लिए तिरंगा बनाना केवल आर्थिक अवसर नहीं, बल्कि देशभक्ति और आत्मसम्मान का प्रतीक है। यह कार्य उन्हें गर्व और सम्मान का अनुभव कराता है। तिरंगा बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा कपड़ा और सिलाई कार्य पूरी तरह स्थानीय स्तर पर हो रहा है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है।
महिलाओं की आत्मनिर्भरता की ओर कदम
‘हर घर तिरंगा’ अभियान ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
- उन्हें घर के पास ही रोजगार मिल रहा है
- उनकी मासिक आय में वृद्धि हो रही है
- उन्हें बाजार और उत्पाद प्रबंधन का अनुभव मिल रहा है
आजादी का अमृत महोत्सव और जनभागीदारी
यह अभियान केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि जनभागीदारी का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसमें महिलाएं सक्रिय रूप से जुड़कर तिरंगे का निर्माण और बिक्री कर रही हैं, जिससे स्थानीय समुदाय में भी उत्साह और एकजुटता बढ़ रही है।
“बिलासपुर की बिहान योजना की दीदियां इस ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को नई ऊंचाई दे रही हैं। यह पहल न केवल राष्ट्रीय ध्वज को घर-घर पहुंचा रही है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण, रोजगार के अवसर और देशभक्ति का गर्व भी दे रही है।”
