उरी सेक्टर में भारी गोलाबारी: सीमा पर तनाव फिर चरम पर एलओसी पर बढ़ी गतिविधियां, नागरिकों में दहशत का माहौल
"जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की ओर से लगातार भारी गोलाबारी की जा रही है। यह गोलीबारी बीती रात शुरू हुई और अब तक जारी है। सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया है। इस गोलाबारी से सीमा से सटे गांवों में तनाव और भय का माहौल है।"
उरी सेक्टर में भारी गोलाबारी का ताजा घटनाक्रम
पाकिस्तानी सेना ने तोड़ा सीजफायर
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के उरी सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया। मोर्टार और ऑटोमैटिक हथियारों से हमला किया गया, जिससे कई घरों और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है।
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई
भारतीय सेना ने "पिनपॉइंट रेस्पॉन्स" के तहत पाकिस्तानी बंकरों को लक्ष्य बनाते हुए जबरदस्त जवाबी फायरिंग की है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना ने हमले के स्रोतों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया है।
सीमा पर रहने वाले लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति
ग्रामीण क्षेत्रों में खौफ का माहौल
गोलाबारी के कारण सीमा के करीब बसे गांवों में दहशत का माहौल है। कई परिवारों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। जिला प्रशासन ने स्कूलों को बंद कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
आपात सेवाएं और राहत कार्य
प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमें और मेडिकल स्टाफ को प्रभावित इलाकों में तैनात कर दिया है। घायलों को प्राथमिक चिकित्सा दी जा रही है और सेना की मदद से उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया जा रहा है।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर लगातार बढ़ता तनाव
पिछले एक महीने में चौथा सीजफायर उल्लंघन
बीते कुछ हफ्तों में पाकिस्तान ने कई बार सीजफायर का उल्लंघन किया है। यह चौथी बार है जब उरी सेक्टर में ऐसी गंभीर स्थिति देखने को मिली है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस गतिविधि का उद्देश्य घुसपैठ को आसान बनाना हो सकता है।
सेना पूरी तरह सतर्क
भारतीय सेना ने सभी अग्रिम चौकियों को हाई अलर्ट पर रखा है। सुदूरवर्ती क्षेत्रों में निगरानी ड्रोन और रडार की मदद से की जा रही है। सेना की इंटेलिजेंस यूनिट्स को संदिग्ध हलचलों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
उरी सेक्टर का सामरिक महत्व
सामरिक दृष्टिकोण से संवेदनशील क्षेत्र
उरी सेक्टर का भौगोलिक स्थान इसे भारत-पाकिस्तान सीमा पर सर्वाधिक संवेदनशील क्षेत्रों में शामिल करता है। यह क्षेत्र कई बार आतंकी गतिविधियों और घुसपैठ के प्रयासों का केंद्र रहा है।
अतीत में हुए हमलों की यादें ताज़ा
2016 में उरी सेक्टर में भारतीय सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया था। इस हमले के बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए जवाब दिया था। आज की स्थिति उसी पृष्ठभूमि की पुनरावृत्ति जैसी प्रतीत होती है।
सरकार और सेना की प्रतिक्रिया
रक्षा मंत्रालय की करीबी निगरानी
रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय दोनों ही स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय को भी लगातार जानकारी दी जा रही है। किसी भी आपात निर्णय के लिए CCS (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक भी बुलाई जा सकती है।
सेना को पूरी स्वतंत्रता
सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि सेना को अपनी रणनीतिक और सामरिक निर्णय लेने की पूरी छूट है। रक्षा प्रवक्ता के अनुसार, "हमारी सेना किसी भी प्रकार की आक्रामकता का जवाब देने के लिए पूरी तरह सक्षम है।"
नागरिकों के लिए सावधानी और जागरूकता जरूरी
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर विश्वास करें। सोशल मीडिया पर फैल रही फर्जी खबरों से स्थिति और खराब हो सकती है।
आपात संपर्क सेवाएं उपलब्ध
प्रभावित क्षेत्रों में आपात हेल्पलाइन नंबर और राहत केंद्र सक्रिय कर दिए गए हैं। किसी भी प्रकार की मदद के लिए नागरिक 24x7 सेवा नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।
उरी सेक्टर की गोलाबारी पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नजरें
कूटनीतिक दबाव की कोशिश
भारत अब पाकिस्तान की इस हरकत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की योजना बना रहा है। संयुक्त राष्ट्र, OIC और अन्य वैश्विक संस्थाओं को पाकिस्तान के युद्धविराम उल्लंघन की जानकारी दी जाएगी।
वैश्विक समुदाय की प्रतिक्रिया
हालिया घटनाओं को देखते हुए अमेरिका, फ्रांस और रूस जैसे देशों ने सीमा पर शांति बनाए रखने की अपील की है। हालांकि भारत ने स्पष्ट किया है कि उसकी सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा।
