ऑपरेशन सिंदूर पर योगी आदित्यनाथ का बयान: भारत शांति चाहता है, पर जवाब देना भी जानता है
“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संदर्भ में भारत की रक्षा नीति पर जोर देते हुए कहा कि विकसित भारत किसी को छेड़ता नहीं है, लेकिन यदि कोई उसे छेड़ता है, तो वह उसे छोड़ता भी नहीं है। यह बयान उन्होंने हाल ही में हुए आतंकी हमलों और भारत की जवाबी कार्रवाई के संदर्भ में दिया।”
भारत की रक्षा नीति: शांति की पहल और सशक्त प्रतिक्रिया
भारत सदैव शांति और सहयोग की नीति में विश्वास रखता है। हालांकि, जब देश की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा पर खतरा मंडराता है, तो भारत सशक्त और निर्णायक प्रतिक्रिया देने में संकोच नहीं करता। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इसी नीति का एक उदाहरण है, जिसमें भारत ने आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले कर उन्हें नष्ट किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “विकसित भारत किसी को छेड़ता नहीं है, लेकिन यदि कोई उसे छेड़ता है, तो वह उसे छोड़ता भी नहीं है।” यह बयान भारत की रक्षा नीति की स्पष्टता और दृढ़ता को दर्शाता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सेना और सुरक्षा बल देश की रक्षा के लिए पूरी तरह सक्षम हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति
भारत ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमलों के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस कार्रवाई में कई आतंकी मारे गए और उनके ठिकाने नष्ट कर दिए गए। यह भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का प्रमाण है।
नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि
भारत सरकार और सुरक्षा बलों का मुख्य उद्देश्य देश के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। किसी भी आतंकी हमले या सीमा पार से होने वाले उल्लंघनों का सख्त जवाब दिया जाता है ताकि नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान भारत की रक्षा नीति की स्पष्टता और दृढ़ता को दर्शाता है। भारत शांति में विश्वास रखता है, लेकिन अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए सशक्त प्रतिक्रिया देने में संकोच नहीं करता। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे अभियानों के माध्यम से भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी आतंकी खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
