ADB बैठक में भारत-इटली आर्थिक सहयोग को लेकर हुई विशेष बातचीत
"मिलान में आयोजित 58वीं एडीबी वार्षिक बैठक के मौके पर भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और इटली के वित्त मंत्री जियान कार्लो जॉर्जेट के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस चर्चा का प्रमुख उद्देश्य था दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को नई दिशा देना।"
2025-2029 की रणनीतिक योजना पर केंद्रित हुआ संवाद
भारत और इटली के प्रधानमंत्रियों द्वारा 2024 में घोषित संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना 2025-2029 को इस बैठक में विशेष रूप से रेखांकित किया गया। यह कार्य योजना दोनों देशों के बीच प्राथमिकता वाले क्षेत्रों—जैसे ग्रीन एनर्जी, मैन्युफैक्चरिंग और डिजिटल इनोवेशन—में सहयोग को मजबूती प्रदान करेगी।
भारत-इटली व्यापार संबंधों में आया बड़ा उछाल
वित्त मंत्रालय के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में भारत और इटली के बीच द्विपक्षीय व्यापार $14.56 अरब तक पहुंच चुका है। यह बढ़ता व्यापारिक आंकड़ा दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को दर्शाता है।
भारत ने दी ‘मेक इन इंडिया’ के तहत इटली को आमंत्रण
वित्त मंत्री ने इटली की कंपनियों को मेक इन इंडिया और पीएलआई योजनाओं के माध्यम से भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि भारत में अक्षय ऊर्जा, कृषि-प्रसंस्करण, डिजिटल टेक्नोलॉजी और उच्च-स्तरीय विनिर्माण के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं।
डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर बना चर्चा का केंद्र
सीतारमण ने आधार, UPI और डिजीलॉकर जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का उदाहरण देते हुए भारत की डिजिटल यात्रा की सफलता साझा की। उन्होंने बताया कि भारत का डिजिटल सार्वजनिक ढांचा कैसे वित्तीय समावेशन और सुगमता को बढ़ावा दे रहा है।
फिनटेक और तकनीकी सहयोग की संभावनाएं
भारत ने फिनटेक इनोवेशन और डिजिटल सहयोग को वैश्विक साझेदारी के केंद्र में रखने पर जोर दिया। दोनों देशों के बीच तकनीक आधारित समाधान, खासकर फिनटेक, डिजिटल भुगतान और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में मिलकर काम करने पर सहमति बनी।
बहुपक्षीय विकास बैंकों में सुधार पर भी हुई चर्चा
सीतारमण और जॉर्जेट ने एमडीबी (Multilateral Development Banks) में सुधार के महत्व को स्वीकार किया। उनका मानना है कि इन बैंकों को विकासशील देशों की आवश्यकताओं के अनुरूप अधिक लचीला और प्रभावी बनाया जाना चाहिए।

जलवायु प्रतिबद्धताओं में सहयोग की संभावना
भारत ने ग्रीन हाइड्रोजन, कार्बन कैप्चर और सर्कुलर इकोनॉमी जैसे क्षेत्रों में सह-वित्तपोषण मॉडल का प्रस्ताव रखा। यह सहयोग जलवायु परिवर्तन से निपटने में दोनों देशों को वैश्विक समाधान प्रदान करने में सहायक हो सकता है।
जापान के साथ भी हुई खास रणनीतिक चर्चा
इटली के अलावा वित्त मंत्री सीतारमण ने जापान के वित्त मंत्री काट्सुनोबु काटो से भी मुलाकात की। दोनों ने भारत-जापान विशेष रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने पर चर्चा की। हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिरता में इस साझेदारी को बेहद अहम माना गया।
भारत-इटली आर्थिक सहयोग का नया अध्याय
ADB बैठक के मौके पर हुई यह बातचीत भारत और इटली के बीच आर्थिक रिश्तों को एक नई दिशा देने की शुरुआत मानी जा सकती है। दोनों देश व्यापार, तकनीक और जलवायु सहयोग जैसे क्षेत्रों में मिलकर वैश्विक मंचों पर मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की ओर अग्रसर हैं।
