भारतीय शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 423 अंक लुढ़का, निफ्टी 22,800 के नीचे फिसला
“ भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को गिरावट देखी गई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सुबह के कारोबार में लाल निशान में खुले।“
- सेंसेक्स 423.88 अंक (-0.56%) गिरकर 75,515.33 पर कारोबार कर रहा था।
- निफ्टी 126.45 अंक (-0.55%) गिरकर 22,802.80 पर था।
- निफ्टी बैंक 177.75 अंक (-0.36%) गिरकर 48,921.70 पर पहुंच गया।
निवेशकों की सतर्कता अमेरिकी सरकार द्वारा प्रस्तावित नए व्यापार शुल्क (Reciprocal Trade Tariff) और वैश्विक बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों के कारण बढ़ी हुई है।
निफ्टी और सेंसेक्स में गिरावट का कारण क्या है?
अमेरिका के नए व्यापार शुल्क: अमेरिकी सरकार रेसिप्रोकल ट्रेड टैरिफ लागू करने की योजना बना रही है, जिससे वैश्विक व्यापार पर असर पड़ सकता है।
तकनीकी बिकवाली का दबाव: बाजार फॉलिंग वेज पैटर्न में आ रहा है, जो बियरिश संकेत दे रहा है।
वैश्विक बाजारों का प्रभाव: अमेरिकी और एशियाई बाजारों में मिलेजुले रुझान देखने को मिल रहे हैं, जिससे निवेशक असमंजस में हैं।
तकनीकी विश्लेषण और बाजार विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों के अनुसार, निफ्टी 22,800-22,700 के स्तर पर आ सकता है। यदि यह स्तर टूटता है, तो बाजार में और गिरावट संभव है।
💬 समीत चव्हाण (एंजेल वन):
“अगर निफ्टी 22,700 के नीचे गिरता है, तो यह 22,400-22,300 तक जा सकता है, जो सर्वकालिक उच्च स्तर से 15% की गिरावट होगी। इससे बाजार में और अस्थिरता आ सकती है।”
टॉप गेनर्स और लूजर्स
📉 सेंसेक्स पैक में सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयर:
- एमएंडएम
- टाटा स्टील
- इंफोसिस
- टीसीएस
- नेस्ले इंडिया
- एनटीपीसी
- आईसीआईसीआई बैंक
- कोटक महिंद्रा बैंक
टॉप गेनर्स:
- बजाज फिनसर्व
- सन फार्मा
- एशियन पेंट्स
- टाटा मोटर्स
- इंडसइंड बैंक
एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख
- जकार्ता, सोल और जापान के बाजार हरे निशान में थे।
- चीन, बैंकॉक और हांगकांग के बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
अमेरिकी बाजार का हाल:
- डाउ जोंस: 0.37% की गिरावट के साथ 44,546.08
- एसएंडपी 500: 0.01% की गिरावट के साथ 6,114.63
- नैस्डैक: 0.41% की बढ़त के साथ 20,026.77
निवेशकों के लिए सलाह
बाजार की अस्थिरता को देखते हुए सावधानी से निवेश करें।
शॉर्ट-टर्म निवेशकों को स्टॉप लॉस सेट करके ट्रेड करना चाहिए।
लॉन्ग-टर्म निवेशकों को गिरावट में अच्छी कंपनियों के शेयर खरीदने का मौका मिल सकता है।
वैश्विक आर्थिक संकेतकों और अमेरिकी नीतियों पर नजर बनाए रखें।
