ईरान भूकंप 2025: सेमनान में इजराइली हमलों के बीच धरती हिली, झटके से दहशत
"तेहरान/सेमनान: इजराइल द्वारा ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर लगातार किए जा रहे हमलों के बीच शुक्रवार, 20 जून की रात ईरान के सेंट्रल क्षेत्र से एक और बड़ी खबर आई है। सेमनान प्रांत में रात 8:49 बजे और फिर 9:19 बजे 5.1 और 5.5 तीव्रता के भूकंप दर्ज किए गए। इस भूकंप ने स्थानीय नागरिकों के बीच चिंता बढ़ा दी, लेकिन अभी तक किसी बड़ी क्षति की सूचना नहीं मिली है।"
दो भूकंप, अलग-अलग तीव्रता और समय
यूरोपीय-भूमध्यसागरीय सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) और जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) की रिपोर्ट के अनुसार:
- पहला भूकंप: रात 8:49 बजे आया, जिसकी तीव्रता 5.1 थी। इसका केंद्र सेमनान शहर से 87 किमी दक्षिण-पूर्व में और गहराई लगभग 35 किमी मापी गई।
- दूसरा भूकंप: रात 9:19 बजे सुरखेह इलाके में आया जिसकी तीव्रता 5.5 मापी गई। इसकी गहराई अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक यह सतही था।
लोगों में दहशत, नुकसान नहीं
सेमनान (जनसंख्या लगभग 1,24,800) और महदीशहर (जनसंख्या लगभग 21,000) जैसे इलाकों में कंपन स्पष्ट रूप से महसूस किए गए। स्थानीय लोगों ने फर्श और दीवारों में हल्के कंपन की शिकायत की, कई लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। राहत की बात यह है कि किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।
इजराइल के हमलों के साथ आया भूकंप
यह भूकंप ऐसे समय पर आया जब इजराइल लगातार ईरान की बैलिस्टिक मिसाइल और न्यूक्लियर ठिकानों पर हमले कर रहा है। शुक्रवार को ही इजराइल ने पश्चिमी ईरान में मिसाइल लॉन्च साइट्स को निशाना बनाया, और 16 ईरानी ड्रोन मार गिराए। इसी पृष्ठभूमि में आए भूकंप ने लोगों में अतिरिक्त भय का माहौल बना दिया।
विशेषज्ञों ने दी सतर्कता की सलाह
सिस्मोलॉजिस्टों का कहना है कि ईरान एक सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है, जहां इस तरह की गतिविधियां सामान्य हैं। हालांकि इस घटना में क्षति नहीं हुई, लेकिन लोगों को भविष्य के झटकों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
वोल्केनोडिस्कवरी जैसे वैश्विक प्लेटफॉर्म्स ने स्थानीय लोगों से भूकंप अनुभव साझा करने को कहा है ताकि वैश्विक डेटा को बेहतर बनाया जा सके।
भूकंप के समय की स्थिति और वैश्विक प्रतिक्रिया
इस भूकंप के समय, दुनिया की नजरें इजराइल-ईरान संघर्ष पर थीं। यूनाइटेड नेशंस और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने इस भू-राजनीतिक तनाव के बीच ईरान में भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा को भी गंभीरता से लिया है।
संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताते हुए कहा, “प्राकृतिक आपदाओं और युद्ध एक साथ होने से आम नागरिकों पर दोगुना दबाव पड़ता है।”