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ईरान इजरायल संघर्ष: परमाणु ठिकानों पर हमले से जंग के हालात

"पश्चिम एशिया में तनाव चरम पर पहुंच चुका है। ईरान और इजरायल के बीच बढ़ती दुश्मनी अब सीधे सैन्य टकराव में बदल चुकी है। इजरायल ने ईरान के परमाणु और गैस उत्पादन ठिकानों पर हवाई हमला किया है, जिसके जवाब में ईरान ने 50 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दाग दी हैं।"


ऑपरेशन राइजिंग लॉयन: इजरायल का बड़ा सैन्य कदम

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन” के तहत यह हमला शुरू किया। इस ऑपरेशन के अंतर्गत नतांज, इस्फ़हान और तेहरान में स्थित ईरानी परमाणु कार्यक्रम और सैन्य केंद्रों को निशाना बनाया गया।

नेतन्याहू का सख्त संदेश

नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश में कहा,
"हम ईरानी शासन के हर ठिकाने को तबाह करेंगे। आप तेहरान के आसमान में हमारे विमानों को देखेंगे।"

उनका यह बयान इस संघर्ष के और भी गंभीर स्तर तक बढ़ने के संकेत दे रहा है।


ईरान की प्रतिक्रिया: ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III

ईरान ने इस हमले के जवाब में "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III" की घोषणा की। ईरानी सेना के प्रवक्ता ने कहा:

"हम ज़ायोनी शासन की आतंक फैलाने की क्षमता को खत्म कर रहे हैं।"

इस ऑपरेशन के तहत ईरान ने सीधे इजरायल पर 50 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इससे पूरे पश्चिम एशिया में सुरक्षा संकट और अधिक गहरा गया है।


नतीजा: गैस उत्पादन आंशिक रूप से बंद

इजरायली हमले के कारण दुनिया के सबसे बड़े गैस क्षेत्रों में से एक में उत्पादन आंशिक रूप से रोक दिया गया है। इससे ईरान की अर्थव्यवस्था और ऊर्जा आपूर्ति पर गहरा असर पड़ सकता है।


प्रभावित शहर: तबरीज़ और इस्फ़हान में हाई अलर्ट

ईरानी समाचार एजेंसी IRINN के मुताबिक,
तबरीज़ और इस्फ़हान में एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर दिया गया है। इन शहरों पर इजरायल के हमले का खतरा बना हुआ है।


क्षेत्रीय और वैश्विक प्रतिक्रियाएं

इराक की अपील

इराक ने अमेरिका से अपील की है कि वह अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग इजरायली विमानों द्वारा ईरान पर हमलों के लिए रोक लगाए

जापानी प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने इजरायल की कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे
"पूरी तरह अस्वीकार्य" करार दिया है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संयम बरतने और संवाद को प्राथमिकता देने का अनुरोध किया।


जंग के संकेत: क्या यह वर्ल्ड वॉर III की ओर?

इस संघर्ष ने वैश्विक स्तर पर भय और आशंका को जन्म दिया है।

  • पश्चिम एशिया में तेल की आपूर्ति पर असर पड़ सकता है
  • वैश्विक शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है
  • संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई है

क्या परमाणु युद्ध का खतरा मंडरा रहा है?

ईरान के न्यूक्लियर प्रोजेक्ट पर हमला और जवाब में मिसाइलों की बौछार इस बात का संकेत देती है कि अगर यह टकराव नहीं रुका, तो परमाणु युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है।

अंतरराष्ट्रीय चिंताएं और कूटनीतिक प्रयास

दुनिया भर के नेताओं, सुरक्षा परिषद और शांति संगठनों ने दोनों देशों से शांतिपूर्ण समाधान की अपील की है। हालांकि, फिलहाल कूटनीति की जगह हथियारों ने ले ली है, और किसी भी वक्त हालात नियंत्रण से बाहर जा सकते हैं।


"ईरान इजरायल संघर्ष अब केवल सीमा विवाद नहीं रह गया है। यह पूरे पश्चिम एशिया की स्थिरता और वैश्विक शांति के लिए खतरा बन चुका है। यदि समय रहते युद्धविराम नहीं हुआ, तो यह टकराव एक वैश्विक त्रासदी में बदल सकता है।

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