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LAC पर डेमचॉक और देपसांग में दोनों तरफ से 40 प्रतिशत टेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर हट गए

भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद के बीच, लद्दाख के डेमचॉक और देपसांग क्षेत्रों में दोनों देशों ने अपने-अपने टेंट और अन्य सैन्य बुनियादी ढांचे को हटाने की प्रक्रिया शुरू की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी सीमाओं के पास लगभग 40 प्रतिशत टेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर को हटा लिया है, जिससे तनाव कम करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत मिलता है।


सीमा पर घटते तनाव के संकेत

यह कदम दोनों देशों के बीच पिछले कुछ महीनों में हुई बातचीत के परिणामस्वरूप उठाया गया है। दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ है कि वे अपनी सैन्य उपस्थिति को कम करेंगे, जिससे सीमा पर तनाव को कम करने में मदद मिलेगी। यह कदम उस समय लिया गया है जब दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ गई थी।

भारतीय और चीनी सेनाओं की कार्रवाई

भारतीय सेना ने डेमचॉक और देपसांग में अपनी उपस्थिति को कम करने के लिए अपने टेंट और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को हटा दिया है। इसी तरह, चीन ने भी अपनी सेनाओं को सीमित करने की प्रक्रिया में कदम बढ़ाए हैं। दोनों देशों ने यह सुनिश्चित किया है कि वे शांति बनाए रखने के लिए सहयोग करेंगे और किसी भी प्रकार की विवादास्पद गतिविधियों से बचेंगे।

क्षेत्रीय सुरक्षा पर प्रभाव

इस कदम का क्षेत्रीय सुरक्षा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि इससे सीमा पर तनाव कम होगा और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की उम्मीद बढ़ेगी। दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते को देखते हुए, यह आशा की जा रही है कि आगे और भी सकारात्मक विकास हो सकते हैं।

भविष्य की संभावनाएं

हालांकि, इस स्थिति में स्थिरता बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों को अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करना होगा। यदि यह प्रक्रिया सफल होती है, तो यह सीमा विवाद के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। भारतीय और चीनी नेताओं को एक-दूसरे के प्रति विश्वास बढ़ाने के लिए लगातार संवाद जारी रखना होगा।

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