नए भारत में डॉ. मनमोहन सिंह के लिए स्मारक की मांग
“कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर एक स्मारक बनाने की मांग उठाई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस विषय पर ध्यान देने का आग्रह किया है।”
डॉ. मनमोहन सिंह, जो भारत के 14वें प्रधानमंत्री रहे, ने देश के आर्थिक सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व में भारत ने कई आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को छुआ। खरगे ने अपने पत्र में लिखा कि डॉ. मनमोहन सिंह के अद्वितीय योगदान को देखते हुए उनके नाम पर एक स्मारक का निर्माण किया जाना चाहिए। यह कदम उनके कार्यों और उपलब्धियों को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने में सहायक होगा।
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान
डॉ. मनमोहन सिंह को भारत में आर्थिक उदारीकरण का जनक माना जाता है। उनके वित्त मंत्री रहते हुए 1991 में आर्थिक सुधार लागू किए गए, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली। प्रधानमंत्री के रूप में, उन्होंने सामाजिक योजनाओं और विकासशील नीतियों को प्राथमिकता दी।
क्यों है स्मारक की जरूरत?
खरगे ने अपने पत्र में कहा कि डॉ. सिंह का जीवन और कार्य भारतीय लोकतंत्र और आर्थिक विकास के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके नाम पर एक स्मारक न केवल उनके योगदान का सम्मान करेगा बल्कि नई पीढ़ी को भी प्रेरित करेगा।
सरकार से अपील
कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार से इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करने की अपील की है। उनका मानना है कि यह स्मारक राष्ट्रीय एकता और विकास के लिए डॉ. मनमोहन सिंह के दृष्टिकोण का प्रतीक होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी, जो उनके प्रति सम्मान का प्रतीक है।
