मोहनीश बहल का फिल्मी सफर: विलेन से संस्कारी बेटे तक की कहानी
मोहनीश बहल: विलेन से संस्कारी बेटे तक का बॉलीवुड सफर
“बॉलीवुड में कई ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने अलग-अलग तरह के किरदार निभाकर दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई। मोहनीश बहल उनमें से एक हैं। 14 अगस्त 1961 को जन्मे मोहनीश, हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री नूतन के बेटे हैं। अपनी मां की तरह उन्होंने भी फिल्मों में पहचान बनाई, लेकिन उनका सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा।”
शुरुआत में चुनौतियां और पहली फिल्में
मोहनीश बहल ने 1983 में फिल्म ‘बेकरार’ से अपने करियर की शुरुआत की। हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। इसके बाद 1984 में आई बी-ग्रेड हॉरर फिल्म ‘पुराना मंदिर’ ने उन्हें कुछ पहचान दिलाई। लेकिन असली सफलता 1989 में आई ‘मैंने प्यार किया’ से मिली। इस फिल्म में उन्होंने विलेन ‘जीवन’ का किरदार निभाया, जो दर्शकों को बेहद पसंद आया।
विलेन से संस्कारी बेटे की छवि
‘मैंने प्यार किया’ की सफलता के बाद उनका करियर तेजी से आगे बढ़ा। 1994 में आई ‘हम आपके हैं कौन’ और 1999 में ‘हम साथ-साथ हैं’ में उन्होंने संस्कारी बड़े भाई की भूमिका निभाई। इन फिल्मों में सलमान खान के साथ उनकी ऑन-स्क्रीन बॉन्डिंग को खूब सराहा गया।
विविध किरदारों में दमदार प्रदर्शन
मोहनीश बहल ने सिर्फ विलेन या संस्कारी भाई ही नहीं, बल्कि कई तरह के सहायक और चरित्र भूमिकाएं निभाईं। ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘कहो ना... प्यार है’, ‘एलओसी कारगिल’, और ‘जय हो’ जैसी फिल्मों में उनका अभिनय यादगार रहा। 80 से अधिक फिल्मों में उन्होंने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
टीवी पर भी बनाई पहचान
फिल्मों के साथ-साथ मोहनीश ने टीवी इंडस्ट्री में भी अपनी मजबूत पकड़ बनाई। ‘संजीवनी’ में डॉक्टर शशांक गुप्ता का रोल, ‘दिल मिल गए’ और ‘कुछ तो लोग कहेंगे’ जैसे शोज़ में उनके किरदारों को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया। हालांकि, टीवी के व्यस्त शेड्यूल के कारण 2005 के बाद उन्हें फिल्मों में कम मौके मिलने लगे।
निजी जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
मोहनीश बहल के पिता रजनीश बहल नौसेना अधिकारी थे। उनकी शादी एक्ट्रेस एकता सोहिनी से हुई और उनकी दो बेटियां हैं — प्रनूतन और कृषा। प्रनूतन ने 2019 में फिल्म ‘नोटबुक’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। मोहनीश की कजिन्स काजोल, रानी मुखर्जी और तनीषा मुखर्जी भी बॉलीवुड की जानी-मानी एक्ट्रेसेस हैं।
मां नूतन की फिल्मों से दूरी
एक भावुक पहलू यह है कि मोहनीश अपनी मां नूतन की फिल्में नहीं देखते। उनका कहना है कि मां की फिल्में देखकर वह भावुक हो जाते हैं और उनकी याद में रो पड़ते हैं। इसलिए वह उनसे दूरी बनाए रखते हैं।
सलमान खान के साथ खास रिश्ता
सलमान खान के साथ मोहनीश का रिश्ता सिर्फ प्रोफेशनल नहीं, बल्कि पर्सनल भी है। दोनों अच्छे दोस्त हैं और कई फिल्मों में साथ नजर आ चुके हैं।
हाल के साल और नए प्रोजेक्ट्स की तलाश
लंबे समय से मोहनीश फिल्मों में कम नजर आ रहे हैं। उनकी आखिरी फिल्म 2019 में आई ‘पानीपत’ थी। उन्होंने कहा कि अब वह पैरलल लीड रोल्स की तलाश में हैं, क्योंकि ज्यादातर उन्हें सपोर्टिंग रोल ही ऑफर होते हैं।
“मोहनीश बहल का करियर एक मिसाल है कि कैसे एक अभिनेता समय के साथ अलग-अलग भूमिकाओं में खुद को ढाल सकता है। उन्होंने विलेन, संस्कारी भाई और सहायक किरदारों के जरिए हिंदी सिनेमा में अपनी पहचान बनाई। उनकी प्रोफेशनल यात्रा और निजी जीवन, दोनों ही प्रेरणादायक हैं।”
