नया संसद सत्र शुरू: 15 प्रमुख विधेयकों पर होगी चर्चा
संसद का मानसून सत्र 2025: नई विधायिका का दौर शुरू
“संसद का मानसून सत्र 2025 सोमवार से प्रारंभ हो रहा है और यह 21 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र में केंद्र सरकार 15 अहम विधेयक पेश करेगी। इसमें आयकर विधेयक 2025 सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस सत्र में पहले से लंबित कई विधेयकों पर भी चर्चा होने की संभावना है।”
आयकर विधेयक 2025: सत्र का मुख्य आकर्षण
आयकर विधेयक 2025 को बजट सत्र के दौरान 13 फरवरी को लोकसभा में प्रस्तुत किया गया था। इसे भाजपा सांसद बैजयंत जय पांडा की अध्यक्षता वाली संसद की चयन समिति ने संशोधनों सहित स्वीकार कर लिया है। अब इसे केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के पश्चात पारित किया जाएगा।
अन्य प्रमुख विधेयक: कारोबार और प्रशासन सुधार के प्रयास
जन विश्वास (प्रावधानों का संशोधन) विधेयक 2025 का उद्देश्य भारत में व्यापार करना आसान बनाना और नियामक अनुपालन को सरल बनाना है। इससे व्यापारिक समुदाय को कानूनों में राहत मिलेगी।
मणिपुर से जुड़े विधेयक: राजनीतिक और कर सुधार
मणिपुर वस्तु एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2025 को इस सत्र में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, मणिपुर में राष्ट्रपति शासन के विस्तार के लिए भी एक विधेयक लाया जाएगा क्योंकि संविधान के अनुसार हर छह महीने में संसद की मंजूरी आवश्यक होती है।
पेश किए जाने वाले अन्य नए विधेयक
इस बार मानसून सत्र में सरकार निम्नलिखित प्रमुख विधेयकों को पेश करने की योजना बना रही है:
- लदान विधेयक 2024
- समुद्री माल ढुलाई विधेयक 2024
- तटीय नौवहन विधेयक 2024
- गोवा राज्य के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों का प्रतिनिधित्व विधेयक 2024
- मर्चेंट शिपिंग विधेयक 2024
- भारतीय बंदरगाह विधेयक 2025
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (संशोधन) विधेयक 2025
- कराधान कानून (संशोधन) विधेयक 2025
- भू-विरासत स्थल और भू-अवशेष (संरक्षण और रखरखाव) विधेयक 2025
- खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2025
- राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक 2025
- नेशनल एंटी-डोपिंग संशोधन विधेयक 2025
लंबित विधेयकों पर भी होगी चर्चा
मानसून सत्र के दौरान संसद में पहले से पेश किए गए कई विधेयकों पर चर्चा जारी रहेगी। इनमें से कई विधेयकों को स्थायी समिति के पास भेजा गया था और अब संशोधन के साथ संसद में वापसी करेंगे।
विपक्ष की रणनीति: चर्चा और दबाव
विपक्ष ने भी कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने का मन बना लिया है, जिनमें:
- महंगाई
- बेरोजगारी
- मणिपुर की स्थिति
- केंद्र-राज्य संबंध
ये विषय संसद के भीतर तीखी बहस का कारण बन सकते हैं।
मानसून सत्र 2025 की विशेषताएं
- सत्र की अवधि: 22 जुलाई से 21 अगस्त तक
- प्रस्तावित विधेयकों की संख्या: 15
- प्रमुख विधेयक: आयकर विधेयक 2025, जन विश्वास विधेयक, मणिपुर GST
- उद्देश्य: आर्थिक, सामाजिक और प्रशासनिक सुधारों को आगे बढ़ाना
- संसदीय भागीदारी: सभी प्रमुख दलों की सक्रिय उपस्थिति
विधेयकों से जुड़ी संभावनाएं और चुनौतियां
इन विधेयकों को पारित करना सरकार के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि:
- कई विधेयकों में विपक्ष का विरोध संभावित है।
- व्यापक चर्चा की आवश्यकता है।
- कुछ विधेयकों पर समिति की रिपोर्ट के आधार पर संशोधन प्रस्तावित हैं।
SEO सुधार के लिए छवियों में Key Phrase कैसे जोड़ें
यदि इस लेख के साथ चित्र जोड़े जाते हैं, तो उन्हें "संसद का मानसून सत्र 2025" या "आयकर विधेयक 2025" जैसे alt attributes देने की सलाह दी जाती है ताकि खोज इंजनों को विषय का संकेत मिल सके।
संक्षेप में: संसद का मानसून सत्र 2025 एक निर्णायक मोड़
संसद का मानसून सत्र 2025 न केवल विधायिक प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह देश की नीति और शासन में नए बदलावों का संकेत भी देगा। प्रमुख विधेयकों पर बहस, विपक्ष की चुनौतियाँ, और प्रशासनिक सुधारों के प्रस्ताव इस सत्र को बेहद महत्त्वपूर्ण बनाते हैं।
