एमएसएमई दिवस 2025: आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और कदम
“हर वर्ष 27 जून को मनाया जाने वाला एमएसएमई दिवस भारत में छोटे और मध्यम व्यवसायों (MSME) के महत्व को दर्शाता है। वर्ष 2025 में यह आयोजन और भी खास बन गया जब भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में इस दिन की अध्यक्षता की और कई महत्वपूर्ण पहलों का शुभारंभ किया।”
एमएसएमई दिवस 2025 की मुख्य झलकियां
1. सीजीटीएमएसई के 25 साल पूरे – विशेष डाक टिकट का विमोचन
राष्ट्रपति मुर्मु ने क्रेडिट गारंटी ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज
(CGTMSE) की
25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक विशेष डाक टिकट जारी किया।
CGTMSE की स्थापना से अब तक,
₹9.80 लाख करोड़ की क्रेडिट गारंटी प्रदान की जा चुकी है। वित्तीय वर्ष
2024-25 में ही यह आंकड़ा
₹3 लाख करोड़ को पार कर गया।
2. विलंबित भुगतान विवादों के समाधान के लिए ODR पोर्टल का शुभारंभ
ऑनलाइन डिस्प्यूट रेजोल्यूशन
(ODR) पोर्टल सूक्ष्म और लघु उद्यमों को अपने भुगतान विवादों को तेज़ और किफायती तरीके से हल करने की सुविधा देगा। इस पोर्टल के माध्यम से, एमएसई
(Micro and Small Enterprises) अब डिजिटल माध्यम से न्याय तक पहुंच पाएंगे।
कीवर्ड सिंटैक्स: एमएसएमई के लिए विवाद समाधान | ऑनलाइन समाधान पोर्टल
3. एमएसएमई हैकथॉन 5.0 का शुभारंभ
इस मौके पर एमएसएमई हैकथॉन
5.0 को भी लॉन्च किया गया। इसका उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना और उभरते उद्यमियों को वित्तीय सहायता (
₹15 लाख तक प्रति विचार) प्रदान करना है। पिछले संस्करण हैकथॉन
4.0 के परिणामों की भी घोषणा की गई।
4. एमएसएमई पत्रिका और ‘अपने ऋणदाता को जानें’ पुस्तिका का विमोचन
इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने "एमएसएमई पत्रिका" और "अपने ऋणदाता को जानें" पुस्तिका भी लॉन्च की। यह इन-हाउस पत्रिका एमएसएमई से जुड़े विभिन्न विषयों और सफलताओं को साझा करने का मंच बनेगी, जबकि पुस्तिका एमएसएमई को वित्तीय जानकारी और ऋण अधिकारों की समझ देगी।
कीवर्ड सिंटैक्स: एमएसएमई जानकारी | लोन गाइडबुक | MSME पत्रिका
एमएसएमई: भारत के विकास की रीढ़
भारत में एमएसएमई सेक्टर देश की
GDP में
30% से अधिक योगदान देता है और
11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है। इस सेक्टर को मजबूत बनाना प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए अनिवार्य है।
कीवर्ड सिंटैक्स: MSME भारत की अर्थव्यवस्था | रोजगार और नवाचार
सरकार द्वारा एमएसएमई के लिए उठाए गए अन्य कदम
- उद्यम पोर्टल का विस्तार: व्यवसाय पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाना
- टूल रूम और प्रशिक्षण केंद्र: कुशल श्रमिकों का विकास
- टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन फंड स्कीम (TUFS): आधुनिक उपकरणों के लिए समर्थन
- डिजिटल साक्षरता अभियान: डिजिटल इंडिया के साथ कदमताल
एमएसएमई दिवस का उद्देश्य और भविष्य
एमएसएमई दिवस
2025 न सिर्फ उत्सव है बल्कि यह एक अवसर है उन पहलों को लागू करने का, जो भारत के लघु और मध्यम उद्योगों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करें। राष्ट्रपति मुर्मु की अध्यक्षता में यह आयोजन कई महत्वपूर्ण घोषणाओं और शुरुआतों का गवाह बना।
MSME का सशक्तिकरण ही भारत का भविष्य
भारत का भविष्य उसके छोटे और मध्यम उद्यमियों के हाथ में है। जब उन्हें वित्तीय सहायता, डिजिटल टूल्स और नवाचार के अवसर मिलते हैं, तब वे न केवल आत्मनिर्भर बनते हैं बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी गति देते हैं।