उत्तर भारत में गर्मी से राहत: जानिए कैसा रहेगा मौसम का मिज़ाज अगले कुछ दिनों में
"भारत के उत्तरी राज्यों में भीषण गर्मी के बाद अब मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग
(IMD) के अनुसार, अगले कुछ दिनों में उत्तर भारत के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट आने और बारिश होने की उम्मीद है।"
लगातार हीटवेव के बाद राहत की खबर
बीते कुछ हफ्तों से उत्तर भारत में पारा लगातार 44 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना हुआ था, जिससे लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में गर्म हवाओं और लू के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था।
अब
IMD ने जानकारी दी है कि
15 जून से उत्तर भारत में गर्मी से राहत मिल सकती है। यह बदलाव न केवल तापमान को कम करेगा बल्कि कुछ जगहों पर बारिश की भी संभावना है।
दिल्ली में कब से महसूस होगी ठंडक?
दिल्ली में अभी तापमान लगभग
44 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार
15 से
16 जून के बीच इसमें
4 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है।
दिल्ली के मौसम का पूर्वानुमान:
- 15 जून: अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम 28 डिग्री
- 16 जून: बादलों के साथ हल्की बारिश की संभावना
- गरज के साथ बारिश के कारण दिन में ठंडक महसूस होगी
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में जारी है अलर्ट
भले ही तापमान में गिरावट की संभावना है, लेकिन मौसम विभाग ने पंजाब और हरियाणा में रेड अलर्ट जारी किया है।
अलर्ट का कारण:
- तेज आंधी-तूफान की संभावना
- अभी भी कुछ इलाकों में तापमान 43 डिग्री से अधिक
- भारी उमस के साथ मौसम में अचानक बदलाव की संभावना
राजस्थान में शुक्रवार को रेड अलर्ट जारी किया गया था, वहीं उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में ऑरेंज अलर्ट लगाया गया है।
16 और 17 जून को कैसा रहेगा उत्तर भारत का मौसम?
IMD का कहना है कि
16 और
17 जून को
उत्तर भारत में बादल छाने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
संभावित प्रभावित राज्य:
- दिल्ली
- उत्तर प्रदेश
- पंजाब
- हरियाणा
- उत्तराखंड
- जम्मू-कश्मीर
इससे तापमान में और गिरावट आएगी तथा लू का प्रकोप कम होगा।
तापमान में गिरावट से किसानों को मिलेगी राहत
भीषण गर्मी का असर केवल आम जनजीवन पर ही नहीं, बल्कि कृषि पर भी हुआ है।
प्रमुख प्रभाव:
- फसलों को नुकसान
- पानी की कमी
- पशुओं को लू से खतरा
बारिश और बादलों की वापसी से किसानों को राहत मिलेगी। इससे मिट्टी की नमी बढ़ेगी और खरीफ फसलों की बुवाई में भी मदद मिलेगी।
हीटवेव से बचाव के लिए क्या करें?
IMD ने आम लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
क्या करें:
- धूप में बाहर निकलने से बचें
- ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
- सरकारी अलर्ट और अपडेट्स पर नज़र रखें
- बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें
विशेषज्ञों की राय
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर भारत में मौसमी चक्र धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। मॉनसून की शुरुआत कुछ हफ्तों में हो सकती है, जिससे पूरे क्षेत्र में बारिश की मात्रा में बढ़ोतरी होगी।