ऑपरेशन ब्रह्मा: भारत ने म्यांमार के भूकंप पीड़ितों को भेजी बड़ी राहत
“म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार की रात आए भीषण भूकंप ने भारी तबाही मचाई। जानमाल के नुकसान की खबरें आईं, और पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। इस संकट के समय में भारत ने एक बार फिर ‘पहला मददगार’ बनकर मानवीय सहायता का हाथ बढ़ाया है।”
भारत सरकार ने ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत म्यांमार के भूकंप प्रभावित लोगों के लिए 15 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी है। इसमें खाने-पीने के सामान से लेकर टेंट, दवाएं, स्लीपिंग बैग और सोलर लाइट तक शामिल हैं।
🔴 भारत की त्वरित प्रतिक्रिया
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर जानकारी दी कि “ऑपरेशन ब्रह्मा” की शुरुआत हो चुकी है और भारत की पहली राहत खेप म्यांमार के यांगून एयरपोर्ट पर पहुंच गई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी X पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि भारत एक प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता (First Responder) के तौर पर संकट की घड़ी में म्यांमार के साथ खड़ा है।
📦 क्या-क्या भेजा गया भारत से?
भारत की ओर से भेजे गए राहत पैकेज में निम्नलिखित वस्तुएं शामिल हैं:
- टेंट और तिरपाल
- कंबल और स्लीपिंग बैग
- रेडी-टू-ईट फूड पैकेट्स
- सोलर लैंप और जनरेटर सेट
- स्वच्छता (हाइजीन) किट और वाटर प्यूरिफायर
- आवश्यक दवाएं जैसे पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स
- प्राथमिक चिकित्सा सामग्री – सीरिंज, दस्ताने, पट्टियां आदि
यह संपूर्ण राहत सामग्री विशेष विमान के ज़रिए म्यांमार के यांगून भेजी गई।
😔 भूकंप की भयावहता
म्यांमार में आए 6 शक्तिशाली भूकंपों ने अब तक 144 से अधिक लोगों की जान ले ली है, जबकि 700 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। कुछ भूकंपों की तीव्रता 7.7 तक मापी गई है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, सबसे हालिया भूकंप शुक्रवार रात को आया जिसकी तीव्रता 4.2 मापी गई और यह 10 किलोमीटर गहराई में केंद्रित था। यह आफ्टरशॉक के लिहाज से संवेदनशील इलाका है।
🌏 थाईलैंड और भारत पर प्रभाव
भूकंप के झटके थाईलैंड के बैंकॉक और आसपास के क्षेत्रों में भी महसूस किए गए। कई बहुमंजिला इमारतें हिलती हुई नजर आईं और लोग घबराकर बाहर निकल आए।
भारत और बांग्लादेश के अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया है कि इस भूकंप का इन देशों पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है।
🇮🇳 भारतीय नागरिकों की सुरक्षा
बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास लगातार स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है। अभी तक किसी भी भारतीय नागरिक के घायल होने या हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
दूतावास ने इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर +66 618819218 जारी किया है और सभी भारतीयों से अपील की है कि वे किसी भी जरूरत के समय इस नंबर पर संपर्क करें।
🗣️ पीएम नरेंद्र मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी X पर दुख और चिंता जताते हुए लिखा:
“म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।”
🤝 भारत की ‘Neighbourhood First’ नीति
भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब भी उसके पड़ोसी देश संकट में होते हैं, वह मदद के लिए सबसे पहले आगे आता है। ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ भारत की Neighbourhood First नीति का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
भारत इससे पहले भी नेपाल, श्रीलंका, तुर्किये और सीरिया जैसे देशों को आपदाओं के समय राहत पहुंचा चुका है।
✅ निष्कर्ष
म्यांमार में भूकंप से उपजे इस मानवीय संकट में भारत ने न केवल तेजी से प्रतिक्रिया दी, बल्कि ज़मीनी स्तर पर तत्काल राहत पहुंचाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर अपनी ‘मानवता-प्रधान’ छवि को और मजबूत किया है।
ऑपरेशन ब्रह्मा न केवल राहत सामग्री की आपूर्ति का एक मिशन है, बल्कि यह भारत के मानवीय मूल्यों और पड़ोसियों के साथ एकजुटता का परिचायक भी है।
