जम्मू में पाकिस्तानी मिसाइल हमला: भारतीय सेना की तत्परता से सभी मिसाइलें नष्ट
“8 मई 2025 को पाकिस्तान ने जम्मू के चार क्षेत्रों—सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अर्निया—पर आठ मिसाइलें दागीं। भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सभी मिसाइलों को सफलतापूर्वक हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे किसी भी जान-माल की हानि नहीं हुई। इस हमले के दौरान जम्मू शहर में ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।”
पाकिस्तानी मिसाइल हमले की रणनीति
पाकिस्तान द्वारा दागी गई मिसाइलें ‘लॉइटरिंग म्यूनिशन’ थीं, जो कम लागत वाले और एक साथ कई प्रक्षेपण की क्षमता रखते हैं। इस प्रकार के हमले की रणनीति हमास द्वारा इज़राइल पर किए गए हमलों से मिलती-जुलती है। भारतीय रक्षा सूत्रों के अनुसार, यह हमला पाकिस्तान की सेना की नई रणनीति का संकेत देता है।
भारतीय सेना की तत्परता और जवाबी कार्रवाई
भारतीय सेना ने S-400 वायु रक्षा प्रणाली का उपयोग करते हुए सभी आठ मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। इसके अलावा, जम्मू विश्वविद्यालय के पास दो ड्रोन भी मार गिराए गए। इस हमले के बाद, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के लाहौर में स्थित एक वायु रक्षा प्रणाली को भी निष्क्रिय कर दिया।
ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई
इस हमले से पहले, भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-ऑक्यूपाइड कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
क्षेत्रीय सुरक्षा और नागरिकों की स्थिति
हमले के दौरान जम्मू, पंजाब और राजस्थान के कई क्षेत्रों में ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं भी अस्थायी रूप से बंद कर दी गई थीं। हालांकि, भारतीय सेना की तत्परता के कारण किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका सहित कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि “दुनिया एक और सैन्य संघर्ष का जोखिम नहीं उठा सकती।”
पाकिस्तान द्वारा जम्मू पर किए गए मिसाइल हमले को भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया, जिससे किसी भी जान-माल की हानि नहीं हुई। भारतीय सेना की तत्परता और रणनीतिक जवाबी कार्रवाई ने देश की सुरक्षा सुनिश्चित की है। हालांकि, दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से संयम और संवाद की अपील की जा रही है।
