प्रधानमंत्री मोदी 17वें लोक सेवा दिवस पर लोक सेवकों को करेंगे संबोधित, नवाचार और सेवा उत्कृष्टता पर होगा ज़ोर
लोक सेवा दिवस 2025 पर पीएम मोदी का संबोधन और सम्मान समारोह
"लोक सेवा दिवस 2025 के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के लाखों लोक सेवकों को संबोधित करेंगे। यह आयोजन विज्ञान भवन, नई दिल्ली में हो रहा है, जहां लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए चयनित अधिकारियों और जिलों को प्रधानमंत्री पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।"
लोक सेवा दिवस का महत्व और इतिहास
हर साल 21 अप्रैल को लोक सेवा दिवस मनाया जाता है। यह दिन सरदार वल्लभभाई पटेल के 1947 में दिए गए ऐतिहासिक भाषण की स्मृति में चुना गया था, जब उन्होंने मेटकॉफ हाउस, दिल्ली में भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षार्थियों को संबोधित किया था। यह दिन लोक सेवकों को जन कल्याण के प्रति समर्पण और कार्य में उत्कृष्टता की भावना दोहराने का अवसर देता है।
लोक सेवा दिवस 2025: नवाचार और उत्कृष्टता को मिलेगा सम्मान
प्रधानमंत्री पुरस्कारों की श्रेणियां और चयन प्रक्रिया
प्रधानमंत्री पुरस्कार योजना 2024 के तहत इस बार कुल 1588 नामांकनों में से 14 पहलें लघु सूचीबद्ध की गई हैं। चयनित कार्यों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है:
- जिलों का समग्र विकास
- आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम
- प्रशासनिक नवाचार
हर विजेता को एक ट्रॉफी, प्रशस्ति पत्र (स्क्रॉल) और 20 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जिसका उपयोग संबंधित परियोजना या कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने में किया जाएगा।
प्रधानमंत्री पुरस्कार वितरण से पहले डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन
इस वर्ष के पुरस्कार वितरण से पहले विजेता पहलों पर एक लघु फिल्म भी दिखाई जाएगी, जो उनके नवाचार और जनता पर प्रभाव को रेखांकित करेगी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संबोधन होगा, जिसमें वे देश के लोक सेवकों को जनहित में समर्पण और उत्तरदायित्व की भावना के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगे।
ई-पुस्तकों का विमोचन और विषयगत सत्रों का आयोजन
प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर समग्र विकास और नवाचारों पर केंद्रित ई-पुस्तकों का विमोचन भी करेंगे। इसके अलावा विभिन्न मंत्रालयों और संगठनों द्वारा चार विशिष्ट विषयों पर सत्र आयोजित किए जाएंगे:
सत्र 1: शहरी परिवहन को सशक्त बनाना
- शहरों की तेजी से बढ़ती आबादी के लिए स्मार्ट, सुरक्षित और सुलभ परिवहन व्यवस्था पर फोकस।
सत्र 2: आयुष्मान भारत पीएम-जन आरोग्य योजना और आयुष्मान आरोग्य मंदिर
- गरीबों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के प्रयासों की समीक्षा।
सत्र 3: मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0
- माताओं और बच्चों के पोषण को बढ़ावा देने वाले नवाचारों की पहचान।
सत्र 4: आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम
- पिछड़े क्षेत्रों में विकास को गति देने के लिए नीति और क्रियान्वयन पर संवाद।
सत्र का समापन: लोक सेवा सुधार – चुनौतियां और अवसर
पुरस्कार समारोह के बाद एक पूर्ण सत्र आयोजित होगा, जिसकी अध्यक्षता कैबिनेट सचिव डॉ. टी.वी. सोमनाथन करेंगे। इस सत्र का विषय होगा “लोक सेवा सुधार: चुनौतियां और अवसर“, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी लोक प्रशासन में सुधार के सुझावों और अनुभवों को साझा करेंगे।
लोक सेवा दिवस: भारत के प्रशासनिक तंत्र को नया दृष्टिकोण
लोक सेवा दिवस का आयोजन यह दर्शाता है कि भारत का प्रशासनिक ढांचा केवल कार्य निष्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नवाचार, पारदर्शिता और नागरिक-केन्द्रित सेवा को भी बढ़ावा देता है।
क्यों ज़रूरी है लोक सेवा दिवस?
- यह सरकारी कर्मचारियों को पुनः प्रेरित करता है
- जनता के लिए उत्तरदायित्व को दोहराता है
- सकारात्मक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देता है
- प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और नवाचार लाता है
आधुनिक भारत के लिए उत्तरदायी प्रशासन की दिशा में एक कदम
लोक सेवा दिवस 2025 पर प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन भारत के प्रशासनिक सेवकों के लिए एक प्रेरणास्रोत होगा। यह आयोजन न केवल प्रशासनिक उत्कृष्टता को सम्मानित करता है, बल्कि यह नवाचार, पारदर्शिता और सेवा भावना को भी प्रोत्साहित करता है।
