वाराणसी में पीएम मोदी का बड़ा तोहफा: 2 अगस्त को ₹2200 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और पीएम-किसान की 20वीं किस्त जारी
वाराणसी में पीएम मोदी का बड़ा तोहफा: 2 अगस्त को ₹2200 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और पीएम-किसान की 20वीं किस्त जारी
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अगस्त को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे करीब 2200 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। साथ ही, वे ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’ की 20वीं किस्त भी जारी करेंगे, जिससे 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा।”
पीएम मोदी ने कहा – 2 अगस्त काशीवासियों के लिए खास दिन
पीएम मोदी ने 1 अगस्त को अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने काशी के लोगों को संदेश देते हुए लिखा:
“काशी के मेरे परिवारजनों के लिए कल 2 अगस्त का दिन बहुत विशेष है। सुबह करीब 11 बजे शिक्षा, स्वास्थ्य, स्पोर्ट्स, टूरिज्म और कनेक्टिविटी से जुड़े कई प्रोजेक्ट का उद्घाटन और शिलान्यास करूंगा। इस अवसर पर पीएम-किसान की 20वीं किस्त जारी करने का भी सौभाग्य मिलेगा।”
योगी आदित्यनाथ का स्वागत संदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पीएम मोदी के दौरे को लेकर ‘एक्स’ पर लिखा:
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी मार्गदर्शन में ‘नई काशी’ बहुआयामी विकास की नई ऊंचाइयों को स्पर्श कर रही है… पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त भी जारी की जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इन परियोजनाओं से बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, ऊर्जा, शहरी विकास और सांस्कृतिक संरक्षण को मजबूती मिलेगी।
किन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास होगा?
प्रधानमंत्री मोदी जिन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, वे शहरी बुनियादी ढांचे, सांस्कृतिक विरासत, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा और कनेक्टिविटी से जुड़ी हैं। इनका मकसद काशी को ‘विकसित शहर’ के रूप में उभारना है। परियोजनाओं में प्रमुख रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
- स्मार्ट सिटी के तहत सड़क और पेयजल परियोजनाएं
- टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने वाली योजनाएं
- खेल स्टेडियम और फिटनेस पार्क
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और अस्पताल निर्माण
- शहरी मलिन बस्तियों में मूलभूत सुविधाओं का विकास
- शिक्षा से संबंधित आधुनिक भवन और डिजिटल सुविधाएं
पीएम-किसान योजना की 20वीं किस्त: किसानों के खातों में ₹20,500 करोड़
प्रधानमंत्री अपने दौरे के दौरान ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN)’ की 20वीं किस्त जारी करेंगे। इस किस्त में:
- ₹20,500 करोड़ की राशि ट्रांसफर की जाएगी
- 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को ₹2,000 की किस्त सीधे उनके बैंक खातों में मिलेगी
- अब तक इस योजना के तहत ₹3.90 लाख करोड़ से अधिक किसानों को वितरित किया जा चुका है
इस योजना का उद्देश्य सीधे किसानों को आर्थिक मदद देना है ताकि वे खेती की जरूरतों को पूरा कर सकें।
वाराणसी दौरे का उद्देश्य: समग्र विकास और सांस्कृतिक पुनरुत्थान
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे का प्रमुख उद्देश्य केवल उद्घाटन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दौरा वाराणसी में "समग्र शहरी परिवर्तन" की दिशा में एक ठोस कदम है। इन योजनाओं से निम्नलिखित क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा:
- पर्यटन – बनारस की सांस्कृतिक पहचान को और विश्वस्तर पर पहुंचाना
- शहरी विकास – सड़कों, पार्कों, नालियों और जल प्रबंधन का आधुनिकीकरण
- स्वास्थ्य सुविधाएं – छोटे-छोटे केंद्रों से लेकर बड़े अस्पतालों का विस्तार
- शिक्षा और रोजगार – स्कूल, कॉलेज और तकनीकी संस्थानों में सुधार
सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद
वाराणसी पुलिस और प्रशासन पीएम के दौरे को लेकर कड़ी निगरानी और सुरक्षा इंतजाम कर रहे हैं। डीसीपी आकाश पटेल ने बताया कि:
- जनसभा स्थल और उसके आसपास के इलाकों में विशेष सुरक्षा बल तैनात
- ड्रोन से निगरानी और रूट डायवर्जन की व्यवस्था
- वीआईपी मूवमेंट को लेकर ट्रैफिक कंट्रोल प्लान भी जारी किया गया है
वाराणसी: बदलते स्वरूप की गवाही
बीते कुछ वर्षों में वाराणसी में हुए कार्यों ने इसे एक आधुनिक और ऐतिहासिक शहर की पहचान दिलाई है। चाहे काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर हो या गंगा नदी पर रोपवे प्रोजेक्ट, हर योजना ने काशी के सौंदर्य और सुविधा दोनों में सुधार किया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में यह स्पष्ट दिखता है कि वाराणसी संस्कृति और आधुनिकता का आदर्श संगम बन रही है।
विकास, किसान और काशी—तीनों को जोड़ता प्रधानमंत्री का यह दौरा
पीएम मोदी वाराणसी दौरा 2 अगस्त केवल एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक विकास और विश्वास का प्रतीक है। जहां एक ओर बुनियादी ढांचे से लेकर पर्यटन तक की योजनाएं शहर को नई ऊंचाई देंगी, वहीं पीएम किसान योजना से देश के करोड़ों अन्नदाता सीधे लाभान्वित होंगे। यह दौरा एक बार फिर दिखाता है कि केंद्र सरकार की प्राथमिकता में किसान, विकास और सांस्कृतिक पहचान तीनों बराबरी से शामिल हैं।
