राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उत्तराखंड संबोधन: विकास, UCC और महिला सशक्तिकरण पर जोर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उत्तराखंड संबोधन के दौरान राज्य के विकास, समान नागरिक संहिता (UCC) और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित रहीं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने 25 वर्षों में शिक्षा, पर्यटन, पर्यावरण और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सराहनीय प्रगति की है।
राष्ट्रपति ने कहा कि यह धरती अध्यात्म और शौर्य की भूमि है, जहां के लोग राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने उत्तराखंड विधानसभा द्वारा समान नागरिक संहिता लागू करने को ऐतिहासिक कदम बताया, जिससे संविधान की भावना को बल मिला है।
महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की महिलाएं सदैव प्रेरणा स्रोत रही हैं। बछेंद्री पाल, गौरा देवी और वंदना कटारिया जैसी महिलाओं ने राज्य को गौरवान्वित किया है। उन्होंने राज्य की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण की सराहना की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्रपति का उत्तराखंड आगमन राज्य के लिए गौरव का क्षण है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आपदा प्रबंधन, रोजगार और शिक्षा के विस्तार पर जोर दिया।
❓ FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तराखंड के बारे में क्या कहा?
उन्होंने कहा कि राज्य ने संतुलित और सतत विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
Q2. राष्ट्रपति ने UCC पर क्या कहा?
उन्होंने समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए उत्तराखंड विधानसभा की सराहना की।
Q3. महिला सशक्तिकरण पर राष्ट्रपति की क्या राय रही?
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की महिलाएं राज्य और देश दोनों की प्रेरणा हैं।
