प्रधानमंत्री मोदी ने गीता जयंती पर देशवासियों को दी शुभकामनाएं, गीता के ज्ञान को बताया जीवन का मार्गदर्शन
“नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को गीता जयंती के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेशों को जीवन का मार्गदर्शन बताते हुए इसे न केवल भारतीय संस्कृति का अमूल्य ग्रंथ कहा, बल्कि विश्वभर के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बताया।”
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गीता जयंती का महत्व
गीता जयंती हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी के दिन मनाई जाती है। यह वही दिन है जब भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र के मैदान में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। गीता के 18 अध्याय और 700 श्लोक मानव जीवन को सही दिशा दिखाते हैं और कर्तव्य, भक्ति, ज्ञान, और समर्पण का संदेश देते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा, “श्रीमद्भगवद्गीता न केवल एक धार्मिक ग्रंथ है, बल्कि यह एक ऐसा दार्शनिक और आध्यात्मिक मार्गदर्शक है जो हमें जीवन के हर क्षेत्र में कर्तव्य और सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।” उन्होंने यह भी कहा कि गीता के उपदेश आज के दौर में और अधिक प्रासंगिक हो गए हैं, जब दुनिया चुनौतियों और अस्थिरता के दौर से गुजर रही है।
गीता का संदेश – वैश्विक दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गीता का ज्ञान सार्वभौमिक है और यह केवल भारत तक सीमित नहीं है। उन्होंने गीता के श्लोक “कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन…” का उदाहरण देते हुए कहा कि कर्म करने की प्रेरणा और फल की चिंता न करने का संदेश पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि यह संदेश आज के युवाओं और कामकाजी लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।
शिक्षा और नैतिकता में गीता का स्थान
प्रधानमंत्री ने गीता को शिक्षा और नैतिकता का आधार बताते हुए कहा कि इसे पढ़ने से युवाओं में आत्मविश्वास, कर्तव्यबोध और सकारात्मक सोच का विकास होता है। उन्होंने शिक्षण संस्थानों से आग्रह किया कि गीता के आदर्शों को शिक्षा के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाकर नई पीढ़ी तक पहुंचाया जाए।
गीता का वैश्विक प्रचार-प्रसार
प्रधानमंत्री ने कहा कि गीता के ज्ञान को विश्वभर में प्रचारित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ की तरह गीता के संदेश को भी वैश्विक स्तर पर पहुंचाया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
गीता जयंती के आयोजन
देशभर में गीता जयंती पर भव्य आयोजन किए गए। कुरुक्षेत्र, हरियाणा में विशेष कार्यक्रम आयोजित हुए जहां हजारों श्रद्धालु गीता पाठ और भजन-कीर्तन में शामिल हुए। इस अवसर पर गीता के संदेश को लेकर अनेक प्रवचन और सेमिनार आयोजित किए गए।