प्रधानमंत्री मोदी ने पुणे में सड़क दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया, मृतकों के परिजनों को पीएमएनआरएफ से राहत राशि की घोषणा
"प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के पुणे में जेजुरी-मोरगांव मार्ग पर हुई एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। इस दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इस दुर्घटना के मद्देनज़र, प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से मृतकों के परिजनों को राहत देने के लिए 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।"
पीएम मोदी ने शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की
प्रधानमंत्री ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा:
"महाराष्ट्र के पुणे में जेजुरी-मोरगांव मार्ग पर हुए सड़क हादसे में लोगों की मृत्यु से बेहद दुख हुआ है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
पीएमएनआरएफ का महत्व और सहायता
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) एक सरकारी योजना है, जिसका उद्देश्य विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक या मानवजनित आपदाओं के दौरान तात्कालिक राहत प्रदान करना है। यह कोष देश में दुर्घटनाओं, आपदाओं और संकटों के समय में नागरिकों को त्वरित सहायता प्रदान करता है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई राहत राशि की घोषणा इस संकट के समय में प्रभावित परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण सहायता का कार्य करेगी।
सड़क दुर्घटना की जांच
महाराष्ट्र पुलिस और संबंधित अधिकारियों द्वारा सड़क दुर्घटना की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना एक वाहन के नियंत्रण खोने के कारण हुई, लेकिन इसकी पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही दुर्घटना के सही कारणों का पता चलेगा।
प्रधानमंत्री की संवेदनाएं और त्वरित राहत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संवेदनशील और त्वरित कार्यवाही से यह स्पष्ट है कि सरकार इस दुखद घड़ी में प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। इस प्रकार की राहत योजनाएं न केवल पीड़ितों की मदद करती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि सरकार संकट के समय में अपनी जिम्मेदारी निभाती है।
