उत्तर प्रदेश में बारिश का अलर्ट: मौसम ने बदला मिजाज, IMD ने वज्रपात और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की
"उत्तर भारत में मानसून की दस्तक के साथ ही उत्तर प्रदेश में बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 16 जून से 22 जून तक के लिए विस्तृत मौसम पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें भारी बारिश, आकाशीय बिजली, तेज हवाएं और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है।"
16 जून से बिगड़ेगा मौसम: तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, 16 जून को दिन भर गरज-चमक के साथ तेज बारिश होने की आशंका है। साथ ही 50–60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
- अधिकतम तापमान: 36°C
- न्यूनतम तापमान: 20°C
- नमी का स्तर: 85% तक
इन हालातों को देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में ज्यादा खतरा: वज्रपात और ओलावृष्टि की चेतावनी
मौसम विभाग ने जिन जिलों में वज्रपात और ओलावृष्टि की चेतावनी दी है, वे हैं:
⚡ वज्रपात की चेतावनी वाले जिले:
- सहारनपुर
- शामली
- मुजफ्फरनगर
- बागपत
- मेरठ
- बिजनौर
- अमरोहा
- मुरादाबाद
- रामपुर
- गाजियाबाद
- नोएडा
- हापुड़
- बुलंदशहर
❄️ ओलावृष्टि संभावित जिले:
- सहारनपुर
- शामली
- मुजफ्फरनगर
- बिजनौर
लोगों को सलाह दी गई है कि वे पेड़ों के नीचे खड़े न हों और बिजली से जुड़े उपकरणों से दूरी बनाए रखें।
आगरा और अन्य शहरों में मिली गर्मी से राहत
सोमवार सुबह आगरा में तेज बारिश के चलते मौसम सुहावना हो गया, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। अन्य जिलों में भी तापमान में गिरावट और हवा की ठंडक महसूस की गई।
17–22 जून का विस्तृत मौसम पूर्वानुमान
☁️ 17–19 जून:
- आसमान बादलों से ढका रहेगा
- रात में हल्की से मध्यम बारिश
- तेज गरज-चमक और वज्रपात
- हवाएं: 40–50 किमी/घंटा
🌧️ 20 जून:
- बारिश जारी रहेगी
- हवा की गति: 30–40 किमी/घंटा
🌩️ 21–22 जून:
- आंशिक राहत के संकेत
- गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना
- तापमान फिर से 38°C तक जा सकता है
- उमस में बढ़ोतरी
सावधानी और सतर्कता जरूरी: नागरिकों के लिए एडवाइजरी
आईएमडी और जिला प्रशासन ने आम जनता को कुछ सावधानियों का पालन करने को कहा है:
- खुले मैदान में मोबाइल या धातु की चीजों का प्रयोग न करें
- पेड़ के नीचे या ऊंची संरचनाओं के पास न खड़े हों
- किसानों को सलाह दी गई है कि वे बिजली चमकने पर खेतों से हट जाएं
- बच्चों और बुजुर्गों को बाहर न निकलने की सलाह
प्रशासन की तैयारी: आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट पर
तेज बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी के बाद कई जिलों में आपदा प्रबंधन टीमें और स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड में हैं।
- राहत टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है
- बिजली विभाग और नगर पालिकाओं को सतर्क किया गया है
- ड्रेनेज सिस्टम की निगरानी शुरू
उत्तर प्रदेश में मानसून की शुरुआत: राहत और चुनौती दोनों
मानसून की दस्तक से जहां खेतों को संजीवनी मिलने की संभावना है, वहीं वज्रपात, ओलावृष्टि और बाढ़ जैसे खतरे भी बढ़ सकते हैं।
✅ फायदे:
- गर्मी से राहत
- फसलों के लिए नमी
- जलस्रोतों का पुनर्भरण
⚠️ चुनौतियां:
- जन-धन हानि का खतरा
- ओले से फसलों को नुकसान
- ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गुल
"उत्तर प्रदेश में बारिश का अलर्ट सिर्फ मौसम की चेतावनी नहीं, बल्कि सतर्क रहने का आह्वान है। समय रहते की गई तैयारी और जागरूकता किसी भी संभावित आपदा को टाल सकती है। प्रशासन ने जो चेतावनी दी है, उसका पालन कर जनता को सुरक्षित रहना चाहिए।"