reliance agm रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्वर्णिम दशक: 2027 तक EBITDA दोगुना, मुकेश अंबानी का विज़न
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reliance agm Reliance industries agm: कंपनी का बड़ा लक्ष्य
2027 तक
29 अगस्त को
organized reliance industries agm (
48वीं वार्षिक आम बैठक) में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी की विकास यात्रा और आगामी वर्षों की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने शेयरधारकों को भरोसा दिलाया कि
2027 तक कंपनी का
EBITDA दोगुना से भी अधिक होगा। यह घोषणा न केवल कंपनी के निवेशकों के लिए खुशखबरी है, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक अच्छा संकेत है।
reliance industries agm ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कंपनी आगे बढ़ने की चुनौतियों और मौकों के लिए पूर्ण रूप से तैयार है।"
मूल्य निर्माण रोडमैप की घोषणा
reliance agm industries में मुकेश अंबानी ने "मूल्य निर्माण रोडमैप" प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि कंपनी मौजूदा व्यवसायों को मजबूत करने के साथ-साथ नए विकास इंजन भी तैयार करेगी। अंबानी का मानना है कि निरंतर और दीर्घकालिक मूल्य सृजन तभी संभव है जब पारंपरिक कारोबार जैसे रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल्स और रिटेल को आधुनिक तकनीक और नवाचार से जोड़ा जाए।
कंपनी की ऐतिहासिक उपलब्धियां इस वर्ष की
reliance industries agm में, मुकेश अंबानी शेयरहोल्डरों को याद दिलाया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक पीढ़ी में ही असाधारण प्रगति की है। कभी यह कंपनी फॉर्च्यून
1000 में थी और आज यह फॉर्च्यून
40 वैश्विक कंपनियों में शामिल है।
200 बिलियन डॉलर से अधिक का मूल्य केवल भारत के भीतर बनाना दर्शाता है कि कंपनी का सफर भारतीय अर्थव्यवस्था से कितना गहराई से जुड़ा हुआ है।
विकास के चार मार्गदर्शक सिद्धांत
reliance industries agm में अंबानी ने कंपनी की सफलता को चार सिद्धांतों पर आधारित बताया:
- राष्ट्रीय हित से जुड़ाव – कंपनी अपने विकास को भारत के राष्ट्रीय हित के अनुरूप रखती है।
- भविष्य के कारोबार का निर्माण – निवेश नए क्षेत्रों में और भविष्य के लिए मजबूत आधार रखना।
- विश्व स्तरीय मानक – प्रत्येक बिज़नेस यूनिट को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना।
- प्रतिभा और तकनीक में निवेश – प्रतिभा और जावेद अनुभवात्मक तकनीक पर प्राथमिकता देना।
EBITDA दोगुना करने की रणनीति
reliance agm reliance industries agm में यह तय किया गया कि
EBITDA दोगुना करने का लक्ष्य कैसे पूरा किया जाएगा। इसके लिए कंपनी कई कदम उठा रही है:
- रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल बिज़नेस की दक्षता बढ़ाना।
- रिटेल नेटवर्क को छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों तक फैलाना।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे जियो को नई तकनीकों (5G, AI, IoT) के साथ और मजबूत बनाना।
- ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स में बड़े पैमाने पर निवेश करना।
रिलायंस जियो का योगदान
reliance agm industries में जियो की उपलब्धियों पर भी चर्चा हुई। जियो ने भारत के डिजिटल परिदृश्य को बदल डाला है। किफायती डेटा और तेज इंटरनेट देकर जियो ने न केवल आम लोगों को ऑनलाइन जोड़ा बल्कि छोटे व्यवसायों और स्टार्टअप्स को भी मजबूती दी। आने वाले वर्षों में जियो
5G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल सर्विसेज को नए स्तर पर ले जाएगा।
ग्रीन एनर्जी की दिशा में कदम मुकेश अंबानी ने
reliance agm industries में स्पष्ट किया कि कंपनी भविष्य में ग्रीन एनर्जी पर फोकस करेगी। रिलायंस का लक्ष्य भारत को नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। कंपनी सौर ऊर्जा, हाइड्रोजन फ्यूल और बैटरी स्टोरेज जैसे क्षेत्रों में निवेश कर रही है। इसका लाभ न केवल कंपनी को बल्कि पूरे देश को होगा।
रिटेल सेक्टर की नई उड़ान
reliance agm industries के दौरान रिटेल बिज़नेस पर भी जोर दिया गया। रिलायंस रिटेल भारत का सबसे बड़ा रिटेल नेटवर्क बन चुका है और अब इसका विस्तार ई-कॉमर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ओर हो रहा है। ग्राहकों को बेहतरीन अनुभव और छोटे व्यापारियों को डिजिटल अवसर देना कंपनी की प्राथमिकता होगी।
भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान रिलायंस इंडस्ट्रीज एक कंपनी ही नहीं भारत की आर्थिक ताकत है।
reliance agm industries में यह स्पष्ट किया गया है कि कंपनी लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करती है, टैक्स राजस्व का योगदान करती है और भारत को वैश्विक प्लेटफॉर्म पर सशक्त बनाती है।
भविष्य की दृष्टि
reliance agm industries ने यह प्रदर्शित किया कि कंपनी का उद्देश्य मुनाफा नहीं कमाना ही बल्कि भारत को आर्थिक रूप से सशक्त करना है। अगले समय में हर चरण भारत की समृद्धि से जुड़ा होगा।
reliance agm reliance industries agm ने यह साबित किया कि कंपनी अपने स्वर्णिम दशक में निवेशकों के लिए ही नहीं अपितु पूरे देश के लिए मूल्य निर्माण कर रही है।
2027 तक
EBITDA को दोगुना करने का संकल्प यह बताता है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज आकांक्षी भविष्य की चुनौतियों को अवसरों में बदलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।