क्रिसमस पर रूस का हमला: यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को निशाना, मेट्रो स्टेशन में छिपे लोग
“कीव। क्रिसमस के अवसर पर जब दुनिया खुशी और उत्सव में डूबी हुई थी, तब रूस ने यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे पर बड़ा हमला किया। यह हमला मिसाइलों और ड्रोन के जरिए किया गया, जिसने यूक्रेन के कई हिस्सों में तबाही मचाई। हमले के बाद मेट्रो स्टेशन में बड़ी संख्या में लोग शरण लेने के लिए मजबूर हो गए।”
रूसी मिसाइलों ने यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को बुरी तरह प्रभावित किया। राजधानी कीव समेत कई शहरों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। ठंड के मौसम में ऊर्जा आपूर्ति बाधित होने से आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि इस हमले का मुख्य उद्देश्य ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाना था, जिससे नागरिकों की दैनिक जिंदगी पर बड़ा असर पड़ा है।
हमलों के दौरान, लोग जान बचाने के लिए मेट्रो स्टेशनों और भूमिगत बंकरों में भागे। इन स्थानों पर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं घंटों तक रुकी रहीं।
एक स्थानीय नागरिक ने बताया, “हमने अपने जीवन में इतना भयावह क्रिसमस नहीं देखा। हर तरफ मिसाइलों की आवाज थी और हम मेट्रो स्टेशन में छिपने को मजबूर हो गए।”
यूक्रेन ने रूस के इस हमले की कड़ी निंदा की है। राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा, “रूस ने क्रिसमस के दिन भी निर्दोष नागरिकों पर हमला कर दिखा दिया कि वह शांति के प्रति कितना असंवेदनशील है।” उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस हमले की निंदा करने और यूक्रेन की मदद करने की अपील की।
यूक्रेनी ऊर्जा विभाग के अनुसार, हमलों के कारण कई क्षेत्रों में बिजली कटौती हुई है। इंजीनियर युद्ध स्तर पर मरम्मत का काम कर रहे हैं, लेकिन ठंड और लगातार हमलों के कारण स्थिति को सामान्य करने में समय लगेगा।
इस हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी आलोचना हो रही है। कई देशों ने रूस के इस कदम को गैर-मानवीय बताया है। संयुक्त राष्ट्र ने इसे नागरिकों के खिलाफ एक गंभीर हमला करार दिया है और तुरंत शांति की अपील की है।
हमलों के बाद यूक्रेन में मानवीय संकट गहरा गया है। ठंड के मौसम में बिजली, पानी और अन्य आवश्यक सेवाओं की कमी ने लाखों लोगों को कठिनाई में डाल दिया है। अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियां यूक्रेन को राहत सामग्री पहुंचाने का काम रही हैं।