खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में SAI गांधीनगर का जलवा, पावरलिफ्टिंग में जीते 10 पदक और तोड़े 4 राष्ट्रीय रिकॉर्ड
“दिल्ली में आयोजित हुए खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में SAI गांधीनगर के पैरा पावरलिफ्टर्स ने जोरदार प्रदर्शन कर 10 पदक अपने नाम किए। ये पदक केवल जीत का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि इन खिलाड़ियों ने 4 राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़े, जिससे यह प्रदर्शन ऐतिहासिक बन गया।”
🥇 पदकों की बारिश: 7 गोल्ड, 3 सिल्वर
27 मार्च को खत्म हुए इस प्रतिष्ठित इवेंट में SAI गांधीनगर के एथलीटों ने:
- 🥇 7 स्वर्ण पदक
- 🥈 3 रजत पदक
- 🔥 4 राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़े
🏋️♀️ रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन करने वाले एथलीट
- झंडू कुमार – पुरुष 72 किग्रा (स्वर्ण)
- जसप्रीत कौर – महिला 45 किग्रा (स्वर्ण)
- सीमा रानी – महिला 61 किग्रा (स्वर्ण)
- मनीष कुमार – पुरुष 54 किग्रा (स्वर्ण)
इन चारों ने न केवल गोल्ड जीते, बल्कि अपने ही बनाए हालिया राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ डाले, जो एक सप्ताह पहले नोएडा में हुई नेशनल चैंपियनशिप में बनाए गए थे।
🗣️ कोच रजिंदर सिंह रहेलू की प्रतिक्रिया
2004 पैरालंपिक कांस्य पदक विजेता और SAI गांधीनगर के कोच रजिंदर सिंह रहेलू ने कहा:
“हमने एक हफ्ते में कुल 7 राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़े हैं। अब हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी डर के बजाय आत्मविश्वास के साथ उतरेंगे।”
🏅 अन्य मेडल विजेता एथलीट
- गुलफाम अहमद – पुरुष 59 किग्रा
- संदेशा बीजी – पुरुष 80 किग्रा
- परमजीत कुमार – पुरुष 49 किग्रा
- शिव कुमार – पुरुष 49 किग्रा (रजत)
- रामुभाई बाबुभाई – पुरुष 72 किग्रा (रजत)
- राहुल जोगराजिया – पुरुष 88 किग्रा (रजत)
🏢 SAI गांधीनगर: पैरा पावरलिफ्टिंग का हब
SAI गांधीनगर को 2019 में नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (NCOE) का दर्जा मिला था। यहां अब विश्वस्तरीय सुविधाएं हैं:
- इंटरनेशनल एलीको वेट सेट्स
- एसी युक्त पावरलिफ्टिंग हॉल
- प्रोफेशनल रिकवरी सुविधाएं
- अनुभवी कोचिंग स्टाफ
कोच रहेलू ने बताया कि 2016 में जॉइन करने के बाद यहां बुनियादी ढांचा पूरी तरह बदला गया है।
🌍 अगला लक्ष्य: वर्ल्ड चैंपियनशिप और पैरालंपिक
अब इन खिलाड़ियों की नजरें अक्टूबर 2025 में मिस्र में होने वाली विश्व चैंपियनशिप पर हैं, जहां 3–4 पदक का लक्ष्य रखा गया है। कोच रहेलू को भरोसा है कि अगले कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स और पैरालंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ी यहीं से उभरेंगे।
🎯 खेलो इंडिया पैरा गेम्स का महत्व
खेलो इंडिया पैरा गेम्स का उद्देश्य दिव्यांग एथलीटों को राष्ट्रीय स्तर पर मंच देना है। इसका पहला संस्करण दिसंबर 2023 में हुआ था और दूसरा 20–27 मार्च 2025 तक चला।
यह इवेंट खेलो इंडिया मिशन का हिस्सा है, जो हर भारतीय को खेलों से जोड़ने की दिशा में सरकार का बड़ा कदम है।
निष्कर्ष
SAI गांधीनगर के खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत, सही प्रशिक्षण और आत्मविश्वास के दम पर कोई भी बाधा पार की जा सकती है। इन युवा खिलाड़ियों का सफर अब राष्ट्र से निकलकर विश्व तक पहुंच चुका है।
यह जीत न सिर्फ मेडल की है, बल्कि भारतीय पैरा एथलेटिक्स की नई पहचान की शुरुआत भी है।