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सरफराज खान टेस्ट चयन विवाद पर चेतेश्वर पुजारा का बयान, बोले – चयनकर्ताओं का फैसला अंतिम होता है

"भारतीय क्रिकेट में इन दिनों एक बार फिर से चयन नीति को लेकर चर्चा गर्म है। मुद्दा है सरफराज खान का टेस्ट टीम में चयन न होना, जो लगातार घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।"

हाल ही में अनुभवी टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने इस विषय पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों का काम प्रदर्शन करना है और चयन प्रबंधन व चयनकर्ताओं का अधिकार क्षेत्र होता है।

सरफराज खान टेस्ट चयन विवाद: क्यों उठ रहे हैं सवाल?

रणजी ट्रॉफी में सरफराज खान का रिकॉर्ड शानदार

सरफराज खान ने पिछले कुछ सत्रों में रणजी ट्रॉफी में शानदार बल्लेबाजी की है। उनके औसत और रन बनाने की निरंतरता ने उन्हें टीम इंडिया में शामिल किए जाने के दावेदारों की सूची में शामिल कर दिया था।

सत्ररनऔसतशतक
2021-22982122.754
2022-2392880.673

फिर भी टीम में जगह नहीं मिलने पर उठे सवाल

ऐसे प्रदर्शन के बावजूद जब सरफराज को टेस्ट टीम में मौका नहीं मिला, तो क्रिकेट विशेषज्ञों और प्रशंसकों ने बीसीसीआई की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए।

चेतेश्वर पुजारा का स्पष्ट रुख: खिलाड़ियों को फैसले का सम्मान करना चाहिए

“प्रबंधन को लगता है कि वह तैयार नहीं हैं” – पुजारा

चेतेश्वर पुजारा ने एक इंटरव्यू में कहा,

“अगर कोई खिलाड़ी अच्छा कर रहा है, तो उसका जिक्र होना लाजमी है। लेकिन अंतिम फैसला टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ताओं का होता है। अगर उन्हें लगता है कि वह खिलाड़ी टेस्ट स्तर के लिए अभी तैयार नहीं है, तो यह उनका नजरिया हो सकता है।”

“हर खिलाड़ी का समय आता है”

पुजारा ने यह भी कहा कि

“हर खिलाड़ी को अपने मौके का इंतजार करना चाहिए। जब सही समय आएगा, तो उसे टीम में जगह जरूर मिलेगी।”

सरफराज खान टेस्ट चयन विवाद में अन्य पूर्व खिलाड़ियों की राय

गौतम गंभीर और हरभजन सिंह ने दिया समर्थन

पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा था कि सरफराज जैसे खिलाड़ी को बार-बार नजरअंदाज करना अन्यायपूर्ण है। वहीं हरभजन सिंह ने भी बीसीसीआई से स्पष्ट चयन मापदंड तय करने की मांग की।

सरफराज खान की प्रतिक्रिया: शांत लेकिन संदेश स्पष्ट

सरफराज ने अब तक कोई विवादास्पद बयान नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से बार-बार यह जताया है कि वह टीम में चुने जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने एक बार कहा था,

“मैं रन बना रहा हूं, बाकी काम चयनकर्ताओं का है।”

सरफराज खान टेस्ट चयन विवाद: मुद्दे की जड़ में क्या है?

फिटनेस, तकनीक या चयन नीति?

कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, सरफराज की फिटनेस या उनकी बल्लेबाजी तकनीक को लेकर चयनकर्ताओं को संदेह हो सकता है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

टीम कॉम्बिनेशन और संतुलन

कई बार चयन केवल प्रदर्शन नहीं, बल्कि टीम कॉम्बिनेशन पर भी निर्भर करता है। हो सकता है चयनकर्ता टीम में पहले से मौजूद खिलाड़ियों को ज्यादा उपयुक्त मानते हों।

सरफराज खान टेस्ट चयन विवाद: आगे का रास्ता

निरंतर प्रदर्शन ही है सबसे बड़ा जवाब

सरफराज को यदि खुद को साबित करना है, तो उन्हें लगातार घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करते रहना होगा। भारत की टेस्ट टीम में जगह पाने के लिए धैर्य और निरंतरता जरूरी है।

चयनकर्ताओं की पारदर्शिता भी जरूरी

भविष्य में बीसीसीआई को चयन मापदंड को लेकर अधिक स्पष्टता और पारदर्शिता रखनी होगी ताकि खिलाड़ियों और प्रशंसकों में भरोसा बना रहे।

सरफराज खान का संघर्ष और पुजारा का संतुलित संदेश

सरफराज खान टेस्ट चयन विवाद भारतीय क्रिकेट में एक बार फिर चयन प्रक्रिया को केंद्र में ले आया है। चेतेश्वर पुजारा जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी का संतुलित और व्यावहारिक बयान यही दर्शाता है कि क्रिकेट केवल प्रदर्शन नहीं, समय, संयम और रणनीति का भी खेल है।

सरफराज जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी को जल्द ही उचित अवसर मिले, यही हर क्रिकेट प्रेमी की उम्मीद है।

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