पहलगाम आतंकी हमला: पीएम मोदी की आपात बैठक और वैश्विक समर्थन का असर
"जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो सऊदी अरब दौरे पर थे, उन्होंने शेष कार्यक्रम रद्द कर देश वापसी का निर्णय लिया और दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते ही एक आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव मौजूद रहे।"
हवाई अड्डे पर ही हुई आपात बैठक: त्वरित रणनीति पर मंथन
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में हमले की गंभीरता, सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा और वैश्विक प्रतिक्रियाओं पर गहन विचार हुआ। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और अधिक सख्ती से लड़ा जाएगा।
गृह मंत्री शाह की सुरक्षा बैठक और फील्ड एक्शन
इससे पहले, गृह मंत्री अमित शाह ने अपने निवास पर सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों की बैठक की। इसमें आईबी प्रमुख, गृह सचिव, सीआरपीएफ डीजी, जम्मू-कश्मीर डीजी और सेना के वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। शाह ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी बात की।
वैश्विक समर्थन: ट्रंप, पुतिन और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को कॉल कर हरसंभव समर्थन देने की बात कही। उन्होंने लिखा कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इजरायली विदेश मंत्री गिडोन सार ने भी हमले की कड़ी निंदा की और भारत के साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया।
यूरोपीय और यूक्रेनी समर्थन: भारत के साथ एकजुटता
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और यूक्रेन के दूतावास ने भी भारत को समर्थन दिया और इस हमले को बर्बर और अमानवीय करार दिया। इससे वैश्विक स्तर पर भारत की आतंकवाद के खिलाफ नीति को समर्थन मिला।
पहलगाम हमले का विवरण और मानवीय पीड़ा
अनंतनाग जिले के पहलगाम हिल स्टेशन पर मंगलवार को आतंकियों ने हमला किया जिसमें दो विदेशियों सहित कम से कम 16 पर्यटकों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हुए। यह हमला दर्शाता है कि आतंकियों का मकसद भारत की शांति को भंग करना है।
आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा कि आतंकवादियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। केंद्र सरकार, राज्य प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां एकजुट होकर इस हमले के पीछे के दोषियों को पकड़ने के लिए काम कर रही हैं।
