यूपीआई सेवा में आई तकनीकी खराबी से देशभर में लेनदेन प्रभावित, ग्राहक परेशान
यूपीआई सेवा में तकनीकी खराबी से देशभर में लेनदेन प्रभावित, यूजर्स को हुई परेशानी
"भारत में डिजिटल लेनदेन का सबसे लोकप्रिय माध्यम बन चुका यूपीआई (Unified Payments Interface) एक बार फिर तकनीकी समस्याओं की चपेट में आ गया। शुक्रवार की सुबह से ही देशभर के कई राज्यों से यूपीआई सेवा में तकनीकी खराबी की खबरें सामने आने लगीं। इस समस्या के कारण लाखों उपभोक्ताओं को लेनदेन करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।"
क्या है यूपीआई और इसकी लोकप्रियता का कारण?
यूपीआई भारत सरकार और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा संचालित एक रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है, जो ग्राहकों को बैंक खातों के बीच बिना किसी IFSC कोड या खाता नंबर के तुरंत पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा देता है।
आज भारत में 90% से अधिक डिजिटल भुगतान यूपीआई के माध्यम से होते हैं। इसका उपयोग दुकानों, ऑनलाइन खरीदारी, बिल भुगतान, टैक्सी सेवा, अस्पताल और यहां तक कि सब्जी खरीदने के लिए भी होता है।
यूपीआई सेवा में तकनीकी खराबी कब और कैसे हुई?
शुक्रवार सुबह लगभग 10 बजे से देश के कई हिस्सों में Google Pay, PhonePe, Paytm, BHIM App जैसी यूपीआई आधारित सेवाओं पर ट्रांजैक्शन फेल होने की शिकायतें आने लगीं। कई यूजर्स को “Transaction Failed” या “Server Busy” जैसे मैसेज मिले।
कुछ बैंकों के ऐप्स और वेबसाइट पर भी अस्थायी रुकावट देखी गई, जिससे ये साफ हो गया कि समस्या केवल किसी एक ऐप तक सीमित नहीं बल्कि यूपीआई नेटवर्क लेवल पर थी।
NPCI ने क्या कहा?
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने इस समस्या को स्वीकार करते हुए एक आधिकारिक बयान में कहा:
“तकनीकी कारणों से कुछ समय के लिए यूपीआई सेवा बाधित रही। हमारी तकनीकी टीम समस्या के समाधान में जुटी हुई है और जल्द ही सेवाएं सामान्य हो जाएंगी।”
NPCI ने यह भी स्पष्ट किया कि उपयोगकर्ताओं का डाटा और पैसे पूरी तरह सुरक्षित हैं और इस तरह की समस्या को पूरी गंभीरता से लिया जा रहा है।
बैंक और भुगतान ऐप्स ने दी जानकारी
PhonePe, Google Pay और Paytm ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए यूजर्स को जानकारी दी कि यूपीआई सेवा में अस्थायी दिक्कत आ रही है। उन्होंने ग्राहकों से धैर्य बनाए रखने की अपील की और विश्वास दिलाया कि तकनीकी टीमें समस्या के समाधान में लगी हैं।
यूपीआई सेवा में तकनीकी खराबी का प्रभाव
1. व्यापारियों पर असर
छोटे दुकानदार, ऑनलाइन सेलर्स और कैब ड्राइवर्स को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। दिन की शुरुआत में ही ट्रांजैक्शन फेल होने से उनका व्यापार प्रभावित हुआ।
2. आम जनता की परेशानी
लोगों को दूध, सब्जी, किराने का सामान या दवाएं खरीदने में दिक्कत हुई क्योंकि यूपीआई के बिना कैश या कार्ड एकमात्र विकल्प बचा।
3. संस्थागत भुगतान
ऑफिस और सरकारी विभागों में भी कई लेनदेन देर से हुए या फेल हो गए, जिससे कामकाज पर प्रभाव पड़ा।
तकनीकी खराबी का मुख्य कारण क्या हो सकता है?
हालांकि NPCI ने विस्तृत जानकारी नहीं दी है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह की समस्याएं इन कारणों से हो सकती हैं:
- सर्वर ओवरलोड: बड़ी मात्रा में लेनदेन से सर्वर पर दबाव
- नेटवर्क विफलता: डेटा ट्रांसफर के बीच में रुकावट
- सॉफ्टवेयर अपग्रेड: नई तकनीक की टेस्टिंग के दौरान व्यवधान
- साइबर हमले की आशंका: हालांकि इस बार इसका कोई संकेत नहीं मिला
क्या यह पहली बार हुआ?
नहीं, यह पहली बार नहीं है जब यूपीआई सेवा में तकनीकी खराबी आई हो। 2022 और 2023 में भी कुछ अवसरों पर इसी तरह की समस्याएं सामने आई थीं। हालांकि, NPCI और बैंक समय पर समस्या का समाधान कर देते हैं, लेकिन इससे यूजर्स के भरोसे और व्यापारिक गतिविधियों पर असर जरूर पड़ता है।
यूपीआई की सुरक्षा और सुधार के लिए क्या हो रहा है?
NPCI और RBI यूपीआई को और अधिक सुरक्षित और सक्षम बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं:
- AI आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम
- 24×7 टेक्निकल सपोर्ट टीम
- डाटा एनक्रिप्शन और सर्वर बैकअप
- डिजास्टर रिकवरी सेंटर का निर्माण
यूजर्स के लिए सुझाव
- लेनदेन फेल होने पर बार-बार ट्राय न करें
- ऑफलाइन भुगतान के विकल्प जैसे कैश या कार्ड रखें
- भुगतान के स्क्रीनशॉट सेव करें
- बैंक स्टेटमेंट जांचते रहें
