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महिला टेनिस खिलाड़ियों को अब प्रजनन संरक्षण प्रक्रिया के दौरान संरक्षित रैंकिंग का लाभ मिलेगा डब्ल्यूटीए की नई नीति से महिला टेनिस खिलाड़ियों को मिलेगा संतुलन का अवसर

"महिला टेनिस खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव सामने आया है। विश्व महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) ने हाल ही में एक नई नीति की घोषणा की है, जिसके तहत महिला खिलाड़ी अब प्रजनन संरक्षण प्रक्रिया (जैसे अंडाणु या भ्रूण को सुरक्षित रखना) के दौरान टेनिस से समय ले सकती हैं और बाद में संरक्षित रैंकिंग के साथ वापसी कर सकेंगी। इस नीति का उद्देश्य खिलाड़ियों को उनके पेशेवर करियर और पारिवारिक योजनाओं के बीच बेहतर संतुलन बनाने में सहायता करना है।"


डब्ल्यूटीए की नई नीति क्या है और यह क्यों जरूरी है?

डब्ल्यूटीए ने अपने हालिया बयान में कहा है कि अब महिला खिलाड़ी प्रजनन से जुड़ी प्रक्रियाओं के लिए टेनिस से अस्थायी ब्रेक ले सकती हैं। वापसी के समय वे उसी रैंकिंग से खेल में हिस्सा ले सकेंगी, जिस पर वे विराम से पहले थीं। यह नियम उन खिलाड़ियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगा, जो अपने करियर के दौरान मातृत्व या प्रजनन से जुड़ी प्रक्रियाओं पर ध्यान देना चाहती हैं।


क्या है संरक्षित रैंकिंग और इसका लाभ कैसे मिलेगा?

संरक्षित रैंकिंग (Protected Ranking) का मतलब है कि अगर कोई खिलाड़ी किसी विशेष परिस्थिति जैसे मातृत्व या स्वास्थ्य संबंधी कारणों से खेल से दूरी बनाती है, तो वह अपनी पुरानी रैंकिंग के आधार पर टेनिस टूर्नामेंट में वापसी कर सकती है। यह रैंकिंग उन्हें वापसी के समय वाइल्ड कार्ड के बजाय सीधे प्रतियोगिता में शामिल होने की अनुमति देती है।


प्रजनन संरक्षण प्रक्रिया में क्या-क्या आता है?

प्रजनन संरक्षण प्रक्रिया (Fertility Preservation Procedure) में आम तौर पर निम्नलिखित उपाय शामिल होते हैं:

  • अंडाणु को संरक्षित करना (Egg Freezing)
  • भ्रूण को संरक्षित करना (Embryo Freezing)
  • हार्मोनल उपचार
  • चिकित्सा परीक्षण और IVF से जुड़ी प्रक्रियाएं

इन सभी प्रक्रियाओं के दौरान महिला खिलाड़ियों को शारीरिक और मानसिक विश्राम की आवश्यकता होती है, जिससे वे अपने खेल प्रदर्शन को प्रभावित किए बिना सुरक्षित रूप से इन चरणों से गुजर सकें।


इस नीति से जुड़े पुराने नियमों में क्या था बदलाव?

तीन महीने पहले डब्ल्यूटीए ने मातृत्व अवकाश को लेकर एक नई नीति लागू की थी, जिसके तहत महिला खिलाड़ियों को 12 महीने का सशुल्क मातृत्व अवकाश दिए जाने की बात कही गई थी। अब इस नए बदलाव में सिर्फ मातृत्व ही नहीं, बल्कि प्रजनन से जुड़े सभी प्रयासों को कवर किया गया है।


महिला खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएं

कई पूर्व और वर्तमान महिला टेनिस खिलाड़ियों ने इस नीति का स्वागत किया है। उनका मानना है कि यह बदलाव उन्हें अपने जीवन के निजी निर्णयों में अधिक स्वतंत्रता और सम्मान देगा। खिलाड़ियों का यह भी कहना है कि यह नियम आने वाली पीढ़ियों की महिला खिलाड़ियों के लिए रोल मॉडल साबित होगा, जहां वे बिना करियर को खतरे में डाले मातृत्व या परिवार की योजना बना सकेंगी।


विश्व खेल संगठनों के लिए प्रेरणा

यह नीति केवल टेनिस तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य खेल संघों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकती है। जहां पुरुष खिलाड़ियों को पारिवारिक जिम्मेदारियों से विराम की आवश्यकता नहीं होती, वहीं महिला खिलाड़ियों के लिए यह आवश्यक हो जाता है।

डब्ल्यूटीए का यह निर्णय समानता की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा सकता है।


संभावित चुनौतियां और समाधान

हालांकि यह नीति सराहनीय है, लेकिन इसे लागू करने के दौरान कुछ चुनौतियां भी सामने आ सकती हैं:

  • खिलाड़ियों द्वारा इस नीति का दुरुपयोग रोकना
  • टूर्नामेंट आयोजकों के लिए अतिरिक्त स्थान बनाना
  • खिलाड़ियों के पुनः प्रशिक्षण की योजना बनाना

इन चुनौतियों का समाधान पारदर्शी नियमों और खिलाड़ी-संगठन के सहयोग से किया जा सकता है।


महिला खिलाड़ियों के लिए एक सशक्त पहल

डब्ल्यूटीए का यह नया निर्णय महिला टेनिस खिलाड़ियों को मानसिक, शारीरिक और पेशेवर रूप से सशक्त बनाएगा। अब खिलाड़ी बिना किसी दबाव के अपने निजी जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय ले सकेंगी। यह बदलाव भविष्य की महिला एथलीटों को प्रेरणा देगा और खेल की दुनिया को और भी समावेशी और प्रगतिशील बनाएगा।

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