केमिस्ट्री के टीचर नईम कासिम कैसे बने इजरायल की नाम में दम करने वाले हिजबुल्लाह का मुखिया
नईम कासिम, जो पहले एक केमिस्ट्री के शिक्षक थे, अब इजरायल की सबसे ताकतवर शिया militant संगठन हिजबुल्लाह के नए मुखिया के रूप में उभर कर सामने आए हैं। उनकी यह यात्रा एक चौंकाने वाली कहानी है, जो राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक कारकों का मिश्रण है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
नईम कासिम का जन्म लेबनान के एक छोटे से शहर में हुआ था, जहां उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की। वह हमेशा से पढ़ाई में अच्छे रहे और बाद में उन्होंने केमिस्ट्री में डिग्री हासिल की। अपने शिक्षण करियर के दौरान, उन्होंने कई छात्रों को पढ़ाया और समाज में एक स्थायी छाप छोड़ी। लेकिन उनकी पहचान अब केवल एक शिक्षक के रूप में नहीं रह गई है।
हिजबुल्लाह में शामिल होना
जैसे-जैसे क्षेत्र में राजनीतिक परिस्थितियाँ बदलती गईं, नईम कासिम ने हिजबुल्लाह के प्रति रुचि विकसित की। उन्होंने संगठन में शामिल होकर अपनी केमिस्ट्री की शिक्षा का उपयोग रणनीतिक और राजनीतिक विचारों को विकसित करने में किया। उनकी तकनीकी समझ ने उन्हें संगठन के भीतर एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।
संगठन का नेतृत्व
हिजबुल्लाह के पूर्व मुखिया हसन नसरल्लाह की मौत के बाद, नईम कासिम को संगठन का नया मुखिया नियुक्त किया गया। उनकी नियुक्ति को एक संकेत माना जा रहा है कि संगठन भविष्य में भी अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए तैयार है। कासिम ने संगठन के कार्यों को मजबूत करने और इजरायल के खिलाफ जंग को जारी रखने का संकल्प लिया है।
इजरायल के लिए खतरा
नईम कासिम की नियुक्ति को इजरायल के लिए एक गंभीर चेतावनी माना जा रहा है। कासिम का तर्क है कि वे क्षेत्र में इस्लामिक जिहाद के विचारों को फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ ही, उन्होंने इजरायल के खिलाफ हमलों को जारी रखने की बात कही है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ने की संभावना है।