दिल्ली में प्रदूषण स्तर में सुधार, एक्यूआई पहुंचा 281
“दिल्ली की वायु गुणवत्ता में थोड़े सुधार के संकेत मिले हैं। हाल के दिनों में प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर था, लेकिन अब एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) घटकर 281 पर आ गया है। हालांकि यह स्तर अभी भी ‘खराब’ श्रेणी में आता है, लेकिन पहले की तुलना में राहत भरा है।”
कैसे हुआ सुधार?
विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषण में यह कमी तेज हवाओं और स्थानीय स्तर पर प्रदूषण नियंत्रण उपायों के कारण हुई है। निर्माण कार्यों पर लगाए गए प्रतिबंध और सड़कों पर पानी का छिड़काव जैसे उपायों ने भी योगदान दिया है।
अभी भी सतर्कता की जरूरत
हालांकि एक्यूआई में सुधार हुआ है, लेकिन यह अभी भी सुरक्षित स्तर से दूर है। खराब वायु गुणवत्ता से सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, और फेफड़ों की बीमारियों का खतरा बना हुआ है। डॉक्टरों ने विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए किए गए उपाय
सरकार ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत कई कदम उठाए हैं। इनमें निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध, औद्योगिक गतिविधियों पर सख्ती, और वाहनों के प्रदूषण की निगरानी शामिल हैं। लोगों से निजी वाहनों का कम से कम उपयोग करने और सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता देने की अपील की गई है।
आम जनता की भूमिका
प्रदूषण को नियंत्रित करने में नागरिकों की भूमिका भी अहम है। कचरा जलाने से बचना, कारपूलिंग करना, और पेड़ लगाना ऐसे कदम हैं, जो लंबे समय में वायु गुणवत्ता को सुधारने में मदद कर सकते हैं।
निष्कर्ष
दिल्ली की हवा में सुधार एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन इसे और बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयासों की जरूरत है। सरकार और नागरिकों को मिलकर काम करना होगा, ताकि दिल्ली की हवा को स्वच्छ और सुरक्षित बनाया जा सके। प्रदूषण को रोकने के लिए सतर्कता और सहयोग ही एकमात्र उपाय है।