धनतेरस पर खरीदारी: सोना ही नहीं, हॉलमार्क भी हो सकता है नकली! असली और नकली की पहचान कैसे करें?
धनतेरस का त्यौहार नजदीक है, और इस अवसर पर सोने और चांदी की खरीदारी करना आम बात है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ सोना ही नहीं, बल्कि हॉलमार्क भी नकली हो सकता है? इसलिए, खरीदारी करने से पहले सही जानकारी रखना आवश्यक है। आइए जानते हैं कैसे पहचानें असली और नकली सोना और हॉलमार्क।
हॉलमार्क क्या है?
हॉलमार्क एक प्रमाणन है जो यह दर्शाता है कि सोने या चांदी का आभूषण मानक गुणवत्ता का है। यह एक सरकारी एजेंसी द्वारा जारी किया जाता है, और इसमें धातु की शुद्धता के साथ-साथ निर्माता की पहचान भी होती है। भारत में हॉलमार्किंग का मानक 22 कैरेट, 18 कैरेट, और 14 कैरेट के अनुसार होता है।
नकली हॉलमार्क की पहचान कैसे करें?
- प्रमाणपत्र की जांच करें: खरीदारी करते समय हमेशा एक प्रमाणपत्र मांगें। यह प्रमाणपत्र हॉलमार्क के असली होने की पुष्टि करता है।
- हॉलमार्क की जाँच: हॉलमार्क पर ध्यान दें। असली हॉलमार्क में एक विशेष प्रतीक, जैसे कि BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) का लोगो और कारट का नंबर होता है। यदि ये प्रतीक साफ-सुथरे और स्पष्ट नहीं हैं, तो यह नकली हो सकता है।
- डीलर की विश्वसनीयता: हमेशा प्रतिष्ठित और विश्वसनीय ज्वेलर्स से ही खरीदारी करें। दुकानदार की रेटिंग और समीक्षाएं देखना भी मददगार हो सकता है।
- भौतिक परीक्षण: सोने के आभूषण की खरीदारी करते समय उसे भौतिक रूप से परीक्षण करें। यदि संभव हो, तो सोने की जाँच करने वाले उपकरण या मेटल डिटेक्टर का उपयोग करें।
- मूल्य का सही आकलन: अगर दाम सामान्य से बहुत कम हैं, तो सावधान रहें। नकली हॉलमार्क वाले आभूषणों की कीमत हमेशा कम होती है।
सोने की असली पहचान कैसे करें?
- टेस्टिंग किट का उपयोग: ज्वेलरी की असली पहचान के लिए टेस्टिंग किट का उपयोग करें। यह किट आपको धातु की शुद्धता का परीक्षण करने में मदद करती है।
- बायर हॉलमार्क: सुनिश्चित करें कि सोने पर बायर हॉलमार्क स्पष्ट हो। अगर हॉलमार्क सही नहीं है, तो सोने की गुणवत्ता पर संदेह करें।
- बिस्किट या बार खरीदें: यदि संभव हो, तो सोने के बिस्किट या बार खरीदें, क्योंकि इन पर हॉलमार्किंग और प्रमाणपत्र होते हैं जो उनकी शुद्धता को साबित करते हैं।