बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात ‘फेंजल’, रविवार तक तट पर पहुंचने की संभावना
“बंगाल की खाड़ी में एक नया चक्रवात ‘फेंजल’ बन रहा है, जो रविवार तक भारतीय तटों से टकरा सकता है। मौसम विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि यह चक्रवात तेजी से आकार ले रहा है और इसके कारण तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज़ हवाओं की संभावना है।”
कहां होगा असर?
- यह चक्रवात ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकता है।
- तेज़ हवाओं के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना है, जिससे मछुआरों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रभाव और तैयारियां
- तेज़ हवाएं: चक्रवात के कारण 80-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
- भारी बारिश: इन इलाकों में भारी बारिश के साथ कुछ जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बनने की संभावना है।
- लाल अलर्ट: ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
सरकार की तैयारियां
- तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
- राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमें स्टैंडबाय पर हैं।
- मछुआरों को समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है।
- राहत शिविर बनाए गए हैं और आवश्यक सामान का प्रबंध किया गया है।
मछुआरों और तटीय निवासियों के लिए निर्देश
- मछुआरों को 3 दिनों तक समुद्र में न जाने का सुझाव दिया गया है।
- तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन की सलाह मानने को कहा गया है।
चक्रवात के संभावित खतरे
- संपत्ति का नुकसान: तेज़ हवाओं और भारी बारिश से मकानों, फसलों और बिजली आपूर्ति पर असर पड़ सकता है।
- बाढ़ का खतरा: नदियों के जलस्तर बढ़ने और भारी बारिश के कारण बाढ़ की आशंका है।
सतर्क रहें और सुरक्षित रहें।
सरकार और स्थानीय प्रशासन की ओर से दी गई सलाह का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें।