हिमाचल प्रदेश में डिजिटल ठगी: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने 50.15 लाख रुपये गंवाए
हिमाचल प्रदेश में डिजिटल ठगी और फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसमें लोग न केवल अपना धन खो रहे हैं, बल्कि कुछ मामलों में अपनी जान भी गंवा रहे हैं। जिला कांगड़ा में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं, हालांकि रजिस्टर किए गए मामलों की संख्या अभी तक बहुत कम है।
ठगी का मामला
हाल ही में, बैजनाथ के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने ऑनलाइन ट्रेडिंग में सात गुना मुनाफा कमाने के चक्कर में 50.15 लाख रुपये ठगों के हाथों गंवा दिए। यह युवक पहले से ही ऑनलाइन ट्रेडिंग में सक्रिय था, लेकिन ठगों के झांसे में आकर उसने अपनी बड़ी रकम खो दी।
समस्या की गंभीरता
डिजिटल ठगी की यह समस्या न केवल हिमाचल प्रदेश में, बल्कि पूरे देश में चिंता का विषय बन चुकी है। लोग तकनीकी ज्ञान के अभाव में अक्सर धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, जिससे उनकी मेहनत की कमाई स्वाहा हो जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि लोग ठगी के विभिन्न तरीकों को समझ सकें और बच सकें।
रजिस्ट्रेशन की स्थिति
हालांकि, जिला कांगड़ा में ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन रजिस्टर किए गए मामलों की संख्या केवल एक है। यह इस बात का संकेत है कि लोग अक्सर ठगी की घटनाओं को पुलिस में रिपोर्ट नहीं करते, जिससे समस्या और भी गंभीर बन जाती है।