करणी माता मंदिर, जहां पैर घसीटकर चलते हैं भक्त, मिलता है चूहों का जूठा प्रसाद
“करणी माता मंदिर: चूहों की पूजा का अद्भुत धार्मिक स्थल”
करणी माता मंदिर, प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है । जहां हर साल लाखों श्रद्धालु यहाँ दर्शन करने आते हैं । माता के इस मंदिर का इतिहास 15वीं सदी से जुड़ा हुआ है । आपको बता दे की इस मंदिर की विशेषता है कि यहाँ चूहों की पूजा की जाती है ।
जिन्हें श्रद्धालु \”काबा \” के नाम से जानते हैं । करणी माता मन्दिर में चूहों को पवित्र माना जाता है। मंदिर प्रांगण में लगभग 25 हजार निवास करते हैं जिन्हे श्रद्धालु दूध और मिठाईयो का भोगअर्पित करते हैं ।
शारदीय नवरात्र के चलते माता के मंदिर में लगातार श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ हैं । मंदिर परिसर में भव्य उत्सव आयोजित किये जा रहे हैं ।
यहां चूहों की रक्षा के लिए मंदिर में खुले स्थानों पर बारीक जाली लगाई गई है । इन चूहों की उपस्थिति की वजह से ही श्री करणी देवी का यह मंदिर चूहों वाले मंदिर के नाम से विख्यात है ।
मंदिर की वास्तुकला राजस्थानी शैली का अद्भुत उदाहरण है । सफेद संगमरमर से बना यह मंदिर, अपनी भव्यता और जटिल नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है । यहाँ आने वाले श्रद्धालु न केवल अपनी आस्था को प्रकट करते हैं, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाते हैं । मंदिर के आसपास के बाजारों में हस्तशिल्प, मिठाई और कई वस्तुएँ बेची जाती हैं । जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है ।