प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से बदलती ज़िंदगियां: लाभार्थियों की असली कहानियां
“प्रधानमंत्री मुद्रा योजना केवल एक वित्तीय सहायता योजना नहीं, बल्कि यह देशभर में आत्मनिर्भरता की एक सशक्त लहर है। यह योजना युवाओं, महिलाओं और छोटे व्यवसायियों को बिना गारंटी लोन उपलब्ध करवा कर उन्हें अपने व्यापार शुरू करने या विस्तार करने का अवसर देती है। यहां हम उन लोगों की कहानियां साझा कर रहे हैं, जिन्होंने इस योजना के माध्यम से अपने जीवन को बदला और दूसरों को भी प्रेरित किया।”
पेट प्रेम से बना K9 वर्ल्ड: पशु प्रेमी का सफल उद्यम
एक लाभार्थी ने अपने पेट्स के प्रति प्रेम को व्यवसाय में बदला। उन्होंने ‘K9 वर्ल्ड’ नाम से एक स्टोर शुरू किया जहां पेट्स, उनकी दवाइयां और सुविधाएं उपलब्ध हैं। मुद्रा लोन के माध्यम से उन्होंने पेट बोर्डिंग सर्विस भी शुरू की। अब वह हर महीने ₹40,000 से ₹50,000 की कमाई कर रहे हैं।
केरल के गोपीकृष्णन की सोलर सफलता
केरल के गोपीकृष्णन ने दुबई से लौटने के बाद मुद्रा लोन से एक सोलर एनर्जी कंपनी शुरू की। वे अब हर महीने लगभग ₹2.5 लाख की कमाई करते हैं और कई घरों को मुफ्त या कम लागत की बिजली उपलब्ध करवा रहे हैं।
‘हाउस ऑफ पुचका’: स्वाद से बिजनेस तक
23 वर्षीय युवा महिला उद्यमी ने स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड से एक कैफे शुरू किया। उन्होंने युवाओं को सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूक किया और बताया कि कैसे बिना गारंटी लोन लेकर भी व्यवसाय सफल हो सकता है।
कश्मीर के ‘Bake My Cake’ का मीठा सफर
कश्मीर के मुदस्सिर नक़ासबंदी ने बेकरी व्यवसाय शुरू किया और आज 42 लोगों को रोजगार दे रहे हैं। उनका कहना है कि मुद्रा लोन ने उन्हें नौकरी मांगने वाले से नौकरी देने वाला बना दिया।
फार्मेसी में MBA: भोपाल के लवकुश की कहानी
भोपाल के लवकुश ने MBA के बाद एक फार्मेसी कंपनी शुरू की। शुरुआत में 5 लाख का मुद्रा लोन लेकर, अब उनका टर्नओवर 50 लाख से अधिक हो गया है। उन्होंने गांव के कई युवाओं को भी योजना से जोड़कर उन्हें मार्गदर्शन दिया।
3D प्रिंटिंग से नया रास्ता: भावनगर का युवा
21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र ने मुद्रा लोन से ‘आदित्य टेक लैब’ शुरू किया। वे वीकेंड्स पर 3D प्रिंटिंग, रैपिड प्रोटोटाइपिंग और रोबोटिक्स पर काम करते हैं। चार महीने में ही ₹30,000 से अधिक मासिक कमाई शुरू कर दी।
घर की दुकान से मल्टी स्टोर तक: मनाली की महिला उद्यमी
एक महिला ने अपने पति के साथ सब्जी की छोटी दुकान से शुरुआत की। मुद्रा लोन के जरिये उन्होंने राशन की शॉप खोली और फिर मल्टी स्टोर बना लिया। अब वे सालाना ₹10 से ₹15 लाख कमा रही हैं।
आंध्र प्रदेश की जूट बैग निर्माता
तेलुगू भाषी महिला ने जूट बैग बनाना सीखा और मुद्रा लोन से शुरुआत की। आज उनकी यूनिट में 15 महिलाएं काम करती हैं और वे खुद ट्रेनर बन गई हैं। उनका व्यवसाय पूरी तरह आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन गया है।
दिल्ली की पूनम कुमारी की पहली उड़ान
गरीबी में पली-बढ़ी पूनम ने 2024 में 8 लाख रुपये का मुद्रा लोन लेकर बीज बेचने का व्यवसाय शुरू किया। अब वह ₹60,000 प्रतिमाह कमाती हैं और आत्मनिर्भर जीवन जी रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी लाभार्थियों से संवाद के दौरान कहा कि मुद्रा योजना केवल लोन नहीं, यह आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की राह है। उन्होंने कहा कि कोई भी योजना तब तक पूरी नहीं मानी जा सकती जब तक उसका प्रभाव लोगों के जीवन में ना दिखे। मोदी ने लाभार्थियों से आग्रह किया कि वे अन्य लोगों को भी योजना के प्रति जागरूक करें।
उन्होंने बताया कि 52 करोड़ से अधिक लोन प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत दिए जा चुके हैं, जिनमें सबसे अधिक लाभ महिलाएं और युवा उठा रहे हैं। यह योजना भारत के भीतर एक ‘साइलेंट रेवोल्यूशन’ का संकेत है।
