काशी विश्वनाथ धाम विकास: काशीवासियों की नजरों में मोदी सरकार के 11 साल
"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर पूरे देश में योजनाओं, बदलावों और विकास कार्यों की चर्चा हो रही है। विशेष रूप से काशीवासियों ने पीएम मोदी की सराहना करते हुए काशी विश्वनाथ धाम विकास को "ऐतिहासिक और अविस्मरणीय" बताया है।"
तंग गलियों से निकलकर खुले और भव्य धाम तक की यात्रा
पहले कैसी थी काशी विश्वनाथ मंदिर तक पहुंचने की स्थिति?
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र बताते हैं कि कुछ वर्ष पहले तक श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने के लिए बेहद तंग और संकरी गलियों से गुजरना पड़ता था। इन गलियों में पानी भराव, भीड़ और गंदगी आम समस्याएं थीं।
“श्रद्धालु असुविधा से परेशान रहते थे, विशेषकर बुजुर्ग और दिव्यांग,” मिश्र ने बताया।
2017-18 में हुई परियोजना की शुरुआत, 2021 में हुआ उद्घाटन
विश्वनाथ धाम परियोजना की नींव और उद्देश्य
प्रधानमंत्री मोदी ने 2017-18 के बीच इस विशाल परियोजना की नींव रखी थी। उनका उद्देश्य था:
- श्रद्धालुओं को सुगम पहुंच प्रदान करना
- धार्मिक अनुभव को दिव्यता से भरना
- वाराणसी को सांस्कृतिक राजधानी के रूप में पुनर्जीवित करना
13 दिसंबर 2021 को हुआ था उद्घाटन
यह पूरी परियोजना 2021 में पूर्ण हुई और 13 दिसंबर 2021 को पीएम मोदी ने खुद इसका उद्घाटन किया।
दिव्य, आधुनिक और सनातन संस्कृति से युक्त धाम का निर्माण
काशी विश्वनाथ धाम विकास ने मंदिर क्षेत्र को न केवल भव्य रूप दिया बल्कि आधुनिक सुविधाओं से भी लैस किया:
- सीसीटीवी निगरानी
- विद्युत और जल प्रबंधन
- बैठने के स्थान
- विशाल गलियारे
- हेरिटेज संरचनाओं का संरक्षण
“यह धार्मिक स्थल अब भारत की सनातन संस्कृति की पहचान बन चुका है,” मिश्र कहते हैं।
श्रद्धालु बोले- अब यहां समय बिताने का मन करता है
श्रद्धालु रितिका अग्रवाल की प्रतिक्रिया
“पहले केवल दर्शन कर लौट जाते थे, अब घंटों बैठकर ध्यान लगाते हैं,” उन्होंने कहा।
श्रद्धालु कृष्ण मोहन मिश्रा ने कहा
“11 सालों में वाराणसी का चेहरा बदल गया है, अब यह धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन का केंद्र बन गया है।”
दर्शन में नहीं आती अब कोई कठिनाई: विकास तिवारी
श्रद्धालु विकास तिवारी के अनुसार, पहले जहां 1,000 लोग दर्शन के लिए जूझते थे, वहीं अब 1 लाख तक लोग सुगमता से दर्शन कर सकते हैं। उन्होंने कहा:
“महाकुंभ जैसे आयोजनों में भी यह बदलाव स्पष्ट रूप से देखा गया है।”
काशी विश्वनाथ धाम विकास बना मंदिरों के नवीकरण का मॉडल
यह परियोजना अब देशभर के कई धार्मिक स्थलों के लिए आदर्श मॉडल बन चुकी है। कई मंदिरों में:
- कॉरिडोर परियोजनाएं
- पुनर्निर्माण योजनाएं
- पर्यावरण अनुकूल विकास कार्य
जैसे प्रयास किए जा रहे हैं।
काशी अब आधुनिकता और परंपरा का संगम बन चुकी है
इस धाम का रूपांतरण सिर्फ एक सांस्कृतिक परियोजना नहीं, बल्कि एक सामाजिक-सांस्कृतिक चेतना है। यहां:
- पर्यटन को बढ़ावा मिला है
- स्थानीय अर्थव्यवस्था में उछाल आया है
- शिल्प और संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय मंच मिला है
काशी विश्वनाथ धाम विकास मोदी सरकार की विरासत का प्रतीक
काशी विश्वनाथ धाम विकास वास्तव में मोदी सरकार के 11 वर्षों की उपलब्धियों में से एक सबसे चमकता सितारा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच, समर्पण और काशी से आत्मिक जुड़ाव ने इस परियोजना को राष्ट्रीय गौरव बना दिया है।
"यह केवल वाराणसी का कायाकल्प नहीं, बल्कि पूरे भारत के आध्यात्मिक पुनर्जागरण का प्रतीक है।"
