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ऑपरेशन सिंधु: विदेशों में भी भारत की ताकत और ज़िम्मेदारी का प्रमाण

“ईरान और इज़रायल के बीच संघर्ष ने राजनीति को झकझोर कर रख दिया है। इस क्षेत्र में मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार ने कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत की। इस मिशन के तहत सैकड़ों भारतीयों को सकुशल उनके वतन लौटाया गया है। इस संबंध में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि यह मिशन केवल एक निकासी अभियान नहीं, बल्कि भारत की वैश्विक ताकत और ज़िम्मेदारी का प्रमाण है।”

राजीव प्रताप रूडी प्रेस कॉन्फ्रेंस

ऑपरेशन सिंधु क्या है?

ऑपरेशन सिंधु भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक विशेष निकासी मिशन है, जिसका उद्देश्य ईरान और इज़रायल जैसे तनावपूर्ण क्षेत्रों में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित रूप से वापस भारत लाना है। यह ऑपरेशन सिर्फ रणनीतिक ही नहीं बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी बेहद अहम है।


भारत की वैश्विक शक्ति का उदाहरण

राजीव प्रताप रूडी का बयान

भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने सोमवार को इस ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा:

“ईरान से जिस तरह से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया, यह पहली बार नहीं है। इससे पहले यूक्रेन से भी भारतीयों की वापसी हुई थी। इससे साबित होता है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत एक सशक्त राष्ट्र है जो अपने नागरिकों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।”

वैश्विक शक्तियों जैसी क्षमता

रूडी का मानना है कि ऐसी आपातकालीन परिस्थितियों में अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालना केवल वे राष्ट्र कर सकते हैं जो वैश्विक शक्ति रखते हैं, और भारत अब उनमें से एक है।


पीएम मोदी की विदेश नीति की भूमिका

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति का यह हिस्सा है कि भारतीय नागरिक जहां भी हों, उनकी सुरक्षा सर्वोपरि हो। यह नीति ऑपरेशन गंगा (यूक्रेन), ऑपरेशन देवी शक्ति (अफगानिस्तान), और अब ऑपरेशन सिंधु में स्पष्ट रूप से सामने आई है।


ईरान-इज़रायल संघर्ष और अमेरिकी हस्तक्षेप

अमेरिका की सैन्य कार्रवाई पर प्रतिक्रिया

राजनीतिक प्रतिक्रिया में एक और आयाम जुड़ता है जब भाजपा के बयान के अलावा शिवसेना (यूबीटी) नेता अरविंद सावंत कहते हैं:

“अगर अमेरिका भारत और पाकिस्तान के बीच शांति की बात करता है, तो वह खुद ईरान पर हमला क्यों कर रहा है?”

यह बयान अंतरराष्ट्रीय संबंधों में दोहरी नीति और न्यायसंगत हस्तक्षेप की बहस को जन्म देता है।


क्या कहती है स्थिति की गंभीरता ?

ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद पश्चिम एशिया में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इस संदर्भ में भारत का यह तत्पर और सटीक कदम एक बार फिर साबित करता है कि संकट की घड़ी में भारत अपने नागरिकों को कभी अकेला नहीं छोड़ता।


वतन लौटे भारतीयों की भावनाएँ

वतन लौटे कई भारतीय नागरिकों ने सोशल मीडिया और समाचार चैनलों पर अपना अनुभव साझा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार का आभार जताया। उनका कहना है कि जब सारी उम्मीदें धुंधली लग रही थीं, तब भारत सरकार ने उनकी सुध ली।


पिछले सफल निकासी अभियानों का इतिहास

इन सफल अभियानों की पृष्ठभूमि में ऑपरेशन सिंधु एक और सुनहरा अध्याय जोड़ता है।


“ऑपरेशन सिंधु सिर्फ एक निकासी अभियान नहीं, यह भारत की संप्रभुता, तत्परता और अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी का परिचायक है। भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के शब्दों में—यह मिशन भारत की ताकत का प्रतिबिंब है। जब संकट आता है, तो भारत पीछे नहीं हटता, बल्कि आगे बढ़कर अपने नागरिकों की रक्षा करता है।”

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