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दिल्ली-एनसीआर में नए साल के पहले दिन कोहरे और शीतलहर का प्रकोप, 4 जनवरी से नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित करेगा

“दिल्ली-एनसीआर में नए साल के पहले दिन कोहरे और शीतलहर का प्रकोप, 4 जनवरी से नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित करेगा”

जैसे ही दिल्ली और एनसीआर में नए साल 2025 का आगमन हो रहा है, मौसम विभाग ने कोहरे और ठंड के प्रभाव को लेकर चेतावनी जारी की है। एक जनवरी को दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप बढ़ने की संभावना है। इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर में घना कोहरा छाए रहने के कारण विजिबिलिटी में कमी आ सकती है और दिन के तापमान में गिरावट हो सकती है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, एक पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में पूर्वी अफगानिस्तान और उसके आसपास के इलाकों में स्थित है और 4 जनवरी से यह उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है। इससे मौसम में और बदलाव आएंगे और ठंड में वृद्धि हो सकती है।

दिल्ली में न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आई है। अभी दिल्ली का अधिकतम तापमान 15-18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 7-10 डिग्री सेल्सियस के बीच है। वहीं, पिछले 24 घंटों के दौरान मौसम साफ था, लेकिन कोहरे के कारण दृश्यता में कमी आई। सफदरजंग हवाई अड्डे पर सुबह 8:30 बजे 1000 मीटर और पालम हवाई अड्डे पर 900 मीटर की दृश्यता दर्ज की गई। इसके कारण दिल्ली आने-जाने वाली कुल 29 ट्रेनें विलंबित हो गईं।

मौसम विभाग ने यह भी बताया कि अगले 24 घंटों में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होने की संभावना है, लेकिन 4 से 6 जनवरी तक इस क्षेत्र में वर्षा और बर्फबारी हो सकती है। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले 24 घंटों में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन उसके बाद न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हो सकती है।

दिल्ली-एनसीआर में 1 जनवरी को शीतलहर की चेतावनी दी गई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में शीत दिवस की स्थिति बन सकती है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और ओडिशा सहित अन्य इलाकों में भी घने कोहरे की संभावना जताई गई है।

इस नए साल में मौसम का प्रभाव अधिकतर राज्यों में देखा जाएगा, और 5 जनवरी तक असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी कोहरे और ठंड का असर जारी रह सकता है।

अगले कुछ दिनों में पूरे उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं, और इसके बाद ठंड का प्रभाव तेज हो सकता है। ऐसे में लोगों को ठंड से बचने के लिए उचित उपाय करने की सलाह दी जा रही है।

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